menu-icon
India Daily

सलमान रुश्दी पर हमला करने वाला हादी मतार दोषी करार, 32 साल तक की हो सकती है सजा

भारत में जन्मे बुकर प्राइज विजेता और ब्रिटिश लेखक सलमान रुश्दी पर हमले के आरोपी को अदालत ने दोषी ठहराया है. इस मामले में सजा का निर्णय 23 अप्रैल को सुनाया जाएगा. रुश्दी को कई वर्षों तक ब्रिटिश सरकार की सुरक्षा में अपनी जान बचाने के लिए छिपकर रहना पड़ा.

auth-image
Edited By: Ritu Sharma
New York Court
Courtesy: Social Media

New York Court: न्यूयॉर्क की एक जूरी ने प्रसिद्ध लेखक सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला करने वाले हादी मतार को हत्या के प्रयास का दोषी ठहराया है. 27 वर्षीय हादी मतार को संघीय आतंकवाद से जुड़े आरोपों का भी सामना करना पड़ सकता है, जिससे उसे 32 साल तक की जेल की सजा हो सकती है.

फैसले के लिए महज दो घंटे का विचार-विमर्श

आपको बता दें कि अदालत में जूरी सदस्यों ने केवल दो घंटे से भी कम समय में अपना फैसला सुना दिया, जिसमें हादी मतार को सलमान रुश्दी और उनके साथ मंच पर मौजूद राल्फ हेनरी रीज पर हमले का दोषी पाया गया. इस मामले में हादी मतार को 23 अप्रैल को सजा सुनाई जाएगी.

रुश्दी ने खुद अदालत में दिया बयान

वहीं इस हमले को लेकर सलमान रुश्दी ने अदालत में अपनी दर्दनाक गवाही दी. उन्होंने बताया कि हमलावर की 'काली, क्रूर आंखें' उन्हें अब भी याद हैं. रुश्दी ने कहा कि जब उन्होंने अपने कपड़ों से बहते खून को देखा, तो उन्हें अहसास हुआ कि हमलावर ने उन पर चाकू से कई वार किए हैं.

हमले के बाद भी रुश्दी के जीवित रहने पर मतार को आश्चर्य

बताते चले कि न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, हादी मतार ने स्वीकार किया कि उन्हें विश्वास था कि सलमान रुश्दी इस हमले में नहीं बचेंगे. उन्होंने कहा, ''जब मैंने सुना कि वह बच गए हैं, तो मुझे आश्चर्य हुआ.''

क्या खुमैनी का फतवा प्रेरणा थी?

बता दें कि अदालती कार्यवाही के दौरान हादी मतार से पूछा गया कि क्या इस हमले की प्रेरणा उन्हें ईरान के दिवंगत सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खुमैनी से मिली थी, जिन्होंने 1988 में सलमान रुश्दी के उपन्यास 'द सैटेनिक वर्सेज' के खिलाफ फतवा जारी किया था. इस पर मतार ने जवाब दिया, ''मैं अयातुल्ला का सम्मान करता हूं. मुझे लगता है कि वह एक महान व्यक्ति हैं. मैं इस बारे में इतना ही कहूंगा.''

मतार ने पूरी किताब नहीं पढ़ी

इसके अलावा, जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने 'द सैटेनिक वर्सेज' पूरी पढ़ी है, तो उन्होंने कहा, ''मैंने इसके कुछ पन्ने पढ़े, लेकिन इसे शुरू से अंत तक पूरा नहीं पढ़ा.'' बता दें कि 12 अगस्त, 2022 को न्यूयॉर्क के चॉटोक्वा इंस्टीट्यूशन में एक साहित्यिक चर्चा के दौरान, हादी मतार ने मंच पर पहुंचकर सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला कर दिया. इस हमले में रुश्दी को-

  • गर्दन पर तीन,
  • पेट पर चार,
  • छाती और आंख पर कई घाव लगे.

इस हमले में उनकी एक आंख चली गई और उनका एक हाथ हमेशा के लिए निष्क्रिय हो गया.

हालांकि, सलमान रुश्दी पर हुए इस हमले को लेकर अदालत ने सख्त फैसला सुनाया है. हादी मतार की सजा अब 23 अप्रैल को तय की जाएगी, लेकिन यह साफ है कि उसे लंबे कारावास का सामना करना पड़ेगा.