ट्रंप ने दिया धोखा तो जर्मनी ने थामा हाथ, यूक्रेन के लिए 3.25 अरब डॉलर की सैन्य सहायता को मंजूरी दी
यह सहायता ऐसे समय में आई है, जब अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में यूक्रेन को दी जाने वाली सुरक्षा गारंटी पर अनिश्चितता बढ़ रही है. यूरोपीय संघ के नेता भी इस सप्ताह ब्रसेल्स में बैठक कर रहे हैं, जहां यूक्रेन के लिए सहायता और यूरोप की रक्षा मजबूत करने पर चर्चा हो रही है.
जर्मनी ने यूक्रेन को 3.25 अरब डॉलर (लगभग 3 अरब यूरो) की नई सैन्य सहायता प्रदान करने का फैसला किया है. यह घोषणा 21 मार्च 2025 को की गई, जो अमेरिका द्वारा मॉस्को और कीव के बीच प्रस्तावित युद्धविराम वार्ता से ठीक पहले आई है. जर्मनी की संसद ने इस ऐतिहासिक फैसले को मंजूरी दी, जिसके तहत यूक्रेन को सैन्य समर्थन बढ़ाने के लिए वित्तीय सुधारों को भी हरी झंडी दिखाई गई. यह कदम रूस के साथ चल रहे युद्ध में यूक्रेन की मदद के लिए यूरोपीय देशों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
चांसलर ने की थी सैन्य सहायता रोकने की कोशिश
जर्मनी के निवर्तमान चांसलर ओलाफ शोल्ज ने पहले इस सहायता को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन संसद के बजट सुधारों के बाद यह राशि जारी करने का रास्ता साफ हो गया. वित्त मंत्री योर्ग कुकीज ने संसद की बजट समिति को सूचित किया कि अतिरिक्त धनराशि के लिए सभी जरूरी शर्तें पूरी कर ली गई हैं. इस पैकेज में 2025 के लिए 2.547 अरब यूरो और 2026-2029 के लिए 8.252 अरब यूरो की प्रतिबद्धता शामिल है, जिससे कुल सहायता 11 अरब यूरो से अधिक हो जाएगी.
ब्रसेल्स में यूक्रेन की मदद के लिए यूरोपीय संघ की बैठक
यह सहायता ऐसे समय में आई है, जब अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में यूक्रेन को दी जाने वाली सुरक्षा गारंटी पर अनिश्चितता बढ़ रही है. यूरोपीय संघ के नेता भी इस सप्ताह ब्रसेल्स में बैठक कर रहे हैं, जहां यूक्रेन के लिए सहायता और यूरोप की रक्षा मजबूत करने पर चर्चा हो रही है. जर्मनी का यह कदम न केवल यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता को बढ़ावा देगा, बल्कि यूरोप की एकजुटता को भी मजबूत करेगा. विशेषज्ञों का मानना है कि यह पैकेज यूक्रेन को रूस के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद करेगा, खासकर तब जब अमेरिकी समर्थन में कमी की आशंका है.