इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उत्तरी गाजा के जबालिया में इजरायल के सैन्य अभियान तेज करने की बात कही है. इसके लिए इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) नागरिकों से खाली करने और दक्षिण की ओर जाने का आग्रह कर रहा है. नई रिपोर्ट बताती हैं कि यह क्षेत्र में मानवीय सहायता को बंद करने की विवादास्पद योजना का अग्रदूत हो सकता है, एक रणनीति जिसका उद्देश्य हमास के आतंकवादियों को भूखा मारना है, लेकिन यह सैकड़ों हज़ारों फ़िलिस्तीनियों को भोजन या पानी के बिना रख सकता है.
खबरों की मानें तो 'जनरल्स प्लान' नाम की इस रणनीति का उद्देश्य हमास के नेतृत्व को खत्म करना तथा नागरिक आबादी के लिए असहनीय परिस्थितियां पैदा करके उत्तरी गाजा पर सशस्त्र समूह की पकड़ को खत्म करना है.
योजना पर काम करने वाले जियोरा एइलैंड, जो राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के पूर्व प्रमुख हैं, का मानना है कि एक वर्ष से चल रहे युद्ध को समाप्त करने तथा हमास पर शेष इजरायली बंधकों को रिहा करने के लिए दबाव डालने का यही एकमात्र तरीका है.
वहीं एइलैंड ने बीबीसी को बताया, 'हमने पिछले नौ या दस महीनों में गाजा के उत्तरी भाग को घेर लिया है, इसलिए हमें उन सभी 300,000 निवासियों (संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार 400,000) को बताना चाहिए जो अभी भी गाजा के उत्तरी भाग में रहते हैं कि उन्हें यह क्षेत्र छोड़ना होगा और उन्हें इजरायल द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले सुरक्षित गलियारों से निकलने के लिए 10 दिन का समय दिया जाना चाहिए.'
उन्होंने आगे कहा,' तब तक यह पूरा क्षेत्र सैन्य क्षेत्र बन जाएगा, सभी बचे हुए हमास लड़ाकों या नागरिकों के पास दो विकल्प होंगे. या तो आत्मसमर्पण करें या भूख से मरें.' हालांकि विस्तृत प्रस्ताव के बाद भी यह स्पष्ट नहीं है कि इजरायल सरकार तथाकथित जनरल्स प्लान को अपनाएगी या नहीं.
जब एपी ने पूछा कि क्या उत्तरी गाजा में हाल ही में दिए गए निकासी आदेश इसी रणनीति का हिस्सा थे, तो इजरायली सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल नदाव शोशानी ने इससे इनकार करते हुए कहा, 'हमें ऐसी कोई योजना नहीं मिली है. हालांकि, मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने एपी को बताया कि योजना के कुछ हिस्सों पर पहले से ही काम चल रहा है, आगे उन्होंने यह नहीं बताया कि किन हिस्सों पर काम होगा.'
एपी से बात करने वाले एक अन्य इजरायल अधिकारी ने पुष्टि की कि नेतन्याहू ने संघर्ष के दौरान प्रस्तुत किए गए अन्य प्रस्तावों के साथ-साथ इस योजना की भी समीक्षा की थी लेकिन उन्होंने इस बात का कोई संकेत नहीं दिया कि इसे मंजूरी दी गई है या नहीं लेकिन ऐसा लगता है कि इजरायल पहले से ही उत्तरी गाजा पर शिकंजा कस रहा है. इजरायली सेना ने पिछले सप्ताह गाजा शहर के उत्तर में जबालिया शरणार्थी शिविर में हमास लड़ाकों के खिलाफ ताजा हमला किया.