Palestinian Prisoners: गाजा में हमास की कैद से तीन इजराइली बंधकों की रिहाई के कुछ घंटों बाद, इजराइल ने सोमवार तड़के 90 फिलिस्तीनी बंदियों को रिहा कर दिया. इन बंदियों को बड़ी सफेद बसों में वेस्ट बैंक के रामल्लाह के पास इजराइल की ओफर जेल से निकाला गया. जेल से बाहर आते ही फिलिस्तीनियों ने आतिशबाजी की और नारेबाजी करते हुए बंदियों का स्वागत किया.
फिलिस्तीनी प्राधिकरण की लिस्ट के मुताबिक, रिहा किए गए सभी बंदी महिलाएं या नाबालिग थे. इजराइल ने इन पर सुरक्षा से जुड़े अपराध, पत्थर फेंकने और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगाए थे. इजराइली सेना ने फिलिस्तीनियों को रिहाई पर किसी भी तरह के बड़े जश्न से बचने की चेतावनी दी थी.
रिहाई में शामिल सबसे प्रमुख नाम 62 वर्षीय खालिदा जर्रार का है. वह पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन (पीएफएलपी) की सदस्य हैं, जो 1970 के दशक में इजराइल के खिलाफ कई हमलों में शामिल रहा है. उनके अलावा, हमास के वरिष्ठ अधिकारी सालेह अरौरी की बहन दलाल खासीब और जेल में बंद पीएफएलपी नेता अहमद सआदत की पत्नी अबला अब्देलरसोल भी रिहा हुईं.
इजराइल और हमास के बीच युद्धविराम समझौते के तहत, अगले छह हफ्तों में इजराइल करीब 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. बदले में हमास 33 इजराइली बंधकों को धीरे-धीरे आजाद करेगा.
रिहाई आधी रात को की गई, जिससे फिलिस्तीनियों ने इसे जश्न को रोकने की कोशिश बताया. हालांकि, इजराइल और हमास के बीच चल रही यह अदला-बदली फिलिस्तीन-इजराइल संघर्ष में बड़ा कदम माना जा रहा है.