Champions Trophy 2025

G7 समिट की मेजबानी करेगा इटली का अपुलिया, ड्रग, हिंसा और मर्डर के लिए है कुख्यात, क्यों हो रही ये बैठक?

G7 Summit Italy: इटली के अपुलिया शहर में दुनिया के सात सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश (G 7) एक साथ मंच साझा करेंगे. इस दौरान वे वैश्विक चुनौतियों और उनके समाधान पर चर्चा करेंगे. इटली का यह शहर हिंसा, मर्डर और ड्रग तस्करी जैसे खतरनाक अपराधों के लिए पूरी दुनिया में बदनाम है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इस बैठक में शामिल होने के लिए इटली रवाना होने वाले हैं. इस शहर की खासियत क्या है, आइए जानते हैं.

Social Media

G7 Summit Italy: इस बार जी 7 देशों की बैठक का आयोजन इटली में हो रहा है.13 से 15 जून तक होने वाली यह बैठक दक्षिणी इटली के अपुलिया शहर में हो रही है. इटैलियन भाषा में इसे पुलिया (Puglia) भी कहा जाता है. यह शहर माफियाओं,संगठित अपराधों और जुर्म की दुनिया के लिए जाना जाता है. इस शहर में हाल के कुछ समय में कई हाई-प्रोफाइल लोगों की हत्याएं भी हुई हैं. यहां अपराध का स्तर इतना भयावह है कि लोगों को अपंग कर दिया गया है, उनके घुटनों को भी कई जगहों से तोड़ दिया गया. दक्षिणी इटली का यह शहर आपराधिक समूहों के गठजोड़, आपसी हिंसा और प्रतिद्वंद्विता के लिए बेहद कुख्यात है.

वैसे यह शहर अपने प्राचीन जैतून के पेड़ों, सफेद कोन वाले घरों शानदार समुद्री तटों के लिए भी दुनियाभर में खूब मशहूर है. हालांकि जी 7 देशों के शिखर सम्मेलन को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं. इलाके की सुरक्षा के लिए 5000 से ज्यादा स्पेशल फोर्स के सैनिकों की तैनाती की गई है. 

छोटे माफियायों को ठिकाने लगाने से हुई शुरुआत 

इटली का यह खूबसूरत शहर देश के सबसे खूंखार और आपराधिक समूह सैक्रा कोरोना यूनिट (SCU) का घर भी है. यह समूह स्थानीय व्यवसायों से लेकर सरकार के सभी तंत्र में अपनी घुसपैठ के लिए जाना जाता है. इटली से संगठित अपराधों को जड़ से खत्म करने के लिए लंबे समय से लड़ रहीं खोजी पत्रकार और प्रोफेसर मारिलू मास्ट्रोगियोवन्नी  ने इसके ऊपर इस समिट से पहले एक विस्तृत रिपोर्ट भी लिखी है. वे लिखती हैं कि इस देश के अंदर यह एकमात्र ऐसा अपराध समूह है जिसके स्रोत के बारे में जानकारी है. वे कहती हैं कि इस समूह की स्थापना साल 1981 में एक स्थानीय अपराधी ने की थी. इस समूह की स्थापना के पीछे का उद्देश्य क्षेत्र में मौजूद छोटे छोटे माफिया समूहों को ठिकाने लगाना था. छोटे माफिया समूह उस दौरान पूरे इलाके पर अपना नियंत्रण जमाने की कोशिश कर रहे थे. 

अवैध कामों को वैध तरीके से अंजाम

मारिलू इसके बारे में आगे बताती हैं कि इस आपराधिक समूह का नाम और काम कैथोलिक धर्म से संबंधित हैं. इसकी स्थापना किये जाने के बाद SCU ने लगातार पुगलिया और उसके आस-पास के इलाकों में अपने प्रभाव का विस्तार किया. इसने अपने समूह में वहां के स्थानीय लोगों को भी शामिल किया. अपने नेटवर्क के जरिए वह अवैध कामों को वैध तरीके से अंजाम देने लगा. इस समूह की आज 30 इकाइयां हैं और लगभग 5000 इसके सदस्य हैं. इनमें सबसे ज्यादा संख्या पुरुषों की है. 

बेहद गहरी हैं अपराध समूहों की जड़ें 

एंटी माफिया जांच निदेशालय की मुखिया कार्ला डुरेंटे कहते हैं कि ड्रग तस्करी समूह का प्रमुख व्यवसाय है. इस समूह के लोग जबरन वसूली,सूदखोरी जैसे अपराधों में लगे रहते हैं.समूह का कद इतना बड़ा है कि प्रशासन के अंदर भी इसके लोग शामिल हैं. SCU ड्रग तस्करी के जरिए अरबों यूरो का व्यापार करता है और फिर इसे मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए वैध बनाता है. पुगलिया के पर्यटन उद्योग में इस समूह की जड़ें बेहद गहरी हैं. 

क्यों हो रही बैठक? 

50वें जी 7 शिखर सम्मेलन की सालाना बैठक इटली के अपुलिया शहर में होने जा रही है. इस बैठक में यूक्रेन युद्ध और गाजा संघर्ष विराम का मुद्दा प्रमुख रूप से छाए रहने की संभावना है. यूक्रेनी राष्ट्रपति भी इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए आ रहे हैं. जी 7 देश दुनिया के सबसे समृद्ध देशों का समूह है. यह समूह कोई आधिकारिक संगठन तो नहीं है लेकिन इसने कई वैश्विक समस्याओं के समाधान में बड़ी भूमिका निभाई है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इसमें भाग लेने के लिए आउटरीच कंट्री के तौर पर बुलाया गया है. फ्रांस, इटली, जापान, अमेरिका, जर्मनी, कनाडा , ब्रिटेन इसके सदस्य देश हैं.