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India Daily

तसलीमा नसरीन के ‘चुंबन’ पर भड़के कट्टरपंथी, बांग्लादेश की लेखिका ने बवाल का वीडियो किया शेयर

तसलीमा नसरीन के लिए यह एक और कठिन दौर साबित हो सकता है, जहां उन्हें अपनी लेखनी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. हालांकि बांग्लादेश सरकार ने जांच का आदेश दिया है, लेकिन यह देखना होगा कि क्या सच्चाई सामने आती है.

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Edited By: Mayank Tiwari
लेखिका तसलीमा नसरीन
Courtesy: X@taslimanasreen

बांग्लादेश की प्रसिद्ध और विवादास्पद लेखिका तसलीमा नसरीन एक बार फिर सुर्खियों में हैं. हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश के अमर एकुशे पुस्तक मेले में उनके पुस्तक स्टॉल को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया है. तसलीमा ने आरोप लगाया कि जहां उनकी पुस्तकें बिक्री के लिए रखी गई थीं, वहां कट्टरपंथी ताकतों ने हमला किया.

बांग्लादेश में तसलीमा की किताबों पर प्रतिबंध

तसलीमा नसरीन की किताबें बांग्लादेश में पहले ही प्रतिबंधित हैं, और उन्होंने इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर अपनी आपत्ति दर्ज की. उन्होंने लिखा, "जिहादी धार्मिक चरमपंथियों ने सब्यसाची प्रकाशक के स्टॉल पर हमला किया. उनका अपराध केवल इतना था कि उन्होंने हमारी किताब का प्रकाशन किया."

नई सरकार पर आरोप

तसलीमा ने बांग्लादेश की नई सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाए. उनका कहना था कि सरकार उन्हें अवैध रूप से वापस लौटने से रोक रही है और उनके बांग्लादेशी पासपोर्ट का नवीनीकरण नहीं किया जा रहा है. इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि पुस्तक मेले के अधिकारियों और स्थानीय पुलिस ने उनकी किताब को हटाने का आदेश दिया, लेकिन इसके बावजूद कट्टरपंथियों ने स्टॉल पर तोड़फोड़ की और उसे बंद कर दिया.

सरकार ने शुरू की जांच

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह बांग्लादेशी नागरिकों के अधिकारों और कानूनों का उल्लंघन है. उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की हिंसा से एकुशे पुस्तक मेले की खुले विचारों वाली भावना को नुकसान पहुंचता है. सरकार ने हमले की जांच का आदेश दिया है और इस मामले में कार्रवाई की बात कही है.

जानिए क्या है पूरा मामला?

पुलिस और चश्मदीदों के अनुसार, घटना उस समय हुई जब प्रदर्शनकारियों का एक समूह सब्यसाची प्रकाशन के पास पहुंचा और तसलीमा की किताबों को लेकर हंगामा शुरू किया. इसके बाद इन प्रदर्शनकारियों ने प्रकाशक पर हमला किया और तसलीमा की किताबों को फेंक दिया.

तसलीमा नसरीन की नई पुस्तक 'चुंबन'

तसलीमा की नई पुस्तक "चुंबन" हाल ही में प्रकाशित हुई है, जो उनके कुछ हालिया कहानियों का संग्रह है. यह पुस्तक बांग्ला में लिखी गई है, और इसका हिंदी अनुवाद भी उपलब्ध है. तसलीमा ने अपनी इन कहानियों के बारे में लिखा है, "जिन लोगों और जिंदगियों को मैंने करीब से देखा है, वे इतने वीभत्स हैं कि अगर उन्हें साहित्य में ढालने की कोशिश की जाए, तो वह पूरी तरह से अश्लील लगेंगे." इस पुस्तक में ढाका, कोलकाता, दिल्ली और सऊदी अरब जैसे विभिन्न स्थानों की कहानियां हैं, लेकिन ये कहानियां मनोवैज्ञानिक रूप से लोगों के दिलों के करीब हैं.