Syria Crisis: सीरिया में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं. पिछले दो दिनों से सुरक्षा बलों और अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद के समर्थकों के बीच जारी खूनी संघर्ष में 1,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. यह पिछले 14 वर्षों में सीरिया की सबसे भीषण हिंसा मानी जा रही है.
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इसे कहते हैं गोलियों की असल बरसात!
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) March 9, 2025
जब सीरियाई सिक्योरिटी फ़ोर्स पर असाद समर्थकों की तरफ़ से गुरूवार को घात लगा कर हमला किया गया उसके बाद सिक्योरिटी फ़ोर्स ने कैसे जवाबी फ़ायरिंग की pic.twitter.com/5yDz1cxblI
गोलियों की बरसात से दहला सीरिया
आपको बता दें कि गुरुवार को असद समर्थकों ने घात लगाकर सीरियाई सुरक्षा बलों पर हमला किया. इस हमले के जवाब में सुरक्षा बलों ने भीषण फायरिंग की, जिससे राजधानी दमिश्क और अन्य इलाकों में भारी तबाही मच गई. चश्मदीदों के मुताबिक, हर ओर गोलियों की गूंज सुनाई दे रही थी और सड़कों पर लाशें बिछ गईं.
हालांकि इस हिंसा को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी गहरी चिंता है. मानवाधिकार संगठनों ने इसे सीरिया में बिगड़ते हालात का संकेत बताया है. विश्लेषकों के मुताबिक, यह संघर्ष जल्द खत्म होने के आसार नहीं हैं और स्थिति और गंभीर हो सकती है.