PM Modi In Sri Lanka: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर श्रीलंका पहुंचे हैं. इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, ऊर्जा, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और व्यापार जैसे क्षेत्रों में कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है. यह दौरा श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के सत्ता में आने के बाद पीएम मोदी की पहली यात्रा है. दिसानायके ने दिसंबर में भारत की यात्रा की थी, जो उनके राष्ट्रपति बनने के बाद पहली विदेश यात्रा थी.
भारत का पुनर्निर्माण में समर्थन रहेगा केंद्र में
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य 2022 में आर्थिक संकट से जूझ चुके श्रीलंका के पुनर्निर्माण में भारत की भूमिका को और मजबूत करना है. त्रिंकोमाली में 120 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के लिए भारत की नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) और श्रीलंका के सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के बीच संयुक्त उपक्रम पर हस्ताक्षर संभव हैं. यह परियोजना श्रीलंका की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी.
रक्षा और समुद्री सुरक्षा पर विशेष जोर
वहीं रक्षा और समुद्री सहयोग इस यात्रा का एक अहम हिस्सा होंगे. तमिलनाडु विधानसभा द्वारा कच्चातिवु द्वीप को वापस लेने के प्रस्ताव के बीच यह दौरा खास मायने रखता है. मछुआरों के अधिकारों को लेकर यह मामला वर्षों से विवाद का कारण बना हुआ है. ऐसे में इस मुद्दे पर भी चर्चा की संभावना है.
साझा सुरक्षा के लिए श्रीलंका का आश्वासन
श्रीलंका के राष्ट्रपति ने पहले ही भरोसा दिलाया है कि वह ''अपनी भूमि का उपयोग भारत की सुरक्षा या क्षेत्रीय स्थिरता के खिलाफ नहीं होने देंगे.'' यह बयान भारत के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है.
9:10 बजे पीएम मोदी का स्वागत
बताते चले कि सुबह 9:10 बजे पीएम मोदी का औपचारिक स्वागत हुआ, जिसके बाद 10:20 बजे श्रीलंकाई राष्ट्रपति के साथ एकांत बैठक हुई. इसके बाद 11 बजे प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता और 11:30 बजे समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. मोदी कई वर्चुअल परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे. दोपहर में भारतीय शांति सेना स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद शाम को ताज समुद्र होटल में गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात होगी. रात 7:30 बजे राष्ट्रपति दिसानायके उनके सम्मान में भोज देंगे.