Kash Patel: भारतीय मूल के काश पटेल को अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो (FBI) का नया निदेशक नियुक्त किया गया है. अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने उन्हें शपथ दिलाई, जिसे उन्होंने अपने जीवन का "सबसे बड़ा सम्मान" बताया. पटेल ने भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ ली और अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का संकल्प लिया. काश पटेल मूल रूप से गुजरात के हैं और इनके घर को लेकर लोगों के मन में जो सवाल है, वो जवाब हम आपको यहां दे रहे हैं.
गुजरात से अमेरिका तक का सफर: काश पटेल की जड़ें भारत के गुजरात के आनंद जिले के भद्रन गांव से जुड़ी हैं. उनके पूर्वज करीब 70-80 साल पहले युगांडा चले गए थे, लेकिन 1972 में तानाशाह ईदी अमीन द्वारा भारतीयों को निष्कासित किए जाने के बाद, उनका परिवार भारत लौटा. कुछ समय भारत में रहने के बाद, उन्होंने कनाडा में शरण ली और फिर अमेरिका चले गए.
समुदाय का जुड़ाव:
हालांकि, अपने एक साक्षात्कार में काश पटेल ने कहा था, ''हम गुजराती हैं.'' उनके पारिवारिक मूल्यों और परंपराओं में अभी भी गुजराती संस्कृति की झलक देखी जा सकती है. काश पटेल की नियुक्ति अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों के बढ़ते प्रभाव का एक और उदाहरण है. उनका सफर बताता है कि किस तरह प्रवासी भारतीय दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में भी अहम पदों तक पहुंच सकते हैं.
बता दें कि काश्यप प्रमोद पटेल, जिन्हें काश पटेल के नाम से जाना जाता है. उनका जन्म 25 फरवरी 1980 को न्यूयॉर्क में हुआ था. उनके माता-पिता पूर्वी अफ्रीका से आए गुजराती प्रवासी थे. उन्होंने कानून की पढ़ाई की और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विभिन्न पदों पर कार्य किया.