प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शीर्ष अमेरिकी कंपनी सीईओ के साथ एक हाई-प्रोफाइल राउंड टेबल बैठक की. इस बैठक में इनोवेशन, सहयोग और भारत के बढ़ते तकनीकी क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया गया. मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा आयोजित इस बैठक में एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग, सेमीकंडक्टर और जैव प्रौद्योगिकी में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनियों के सीईओ ने भाग लिया.
इस राउंड टेबल सम्मेलन में गूगल के सुंदर पिचाई, एनवीडिया के जेन्सेन हुआंग और एडोब के शांतनु नारायण जैसे प्रमुख सीईओ ने भाग लिया. एक्स पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'न्यूयॉर्क में प्रौद्योगिकी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ एक उपयोगी गोलमेज बैठक हुई, जिसमें प्रौद्योगिकी, नवाचार और अन्य पहलुओं पर चर्चा हुई. इस क्षेत्र में भारत द्वारा की गई प्रगति पर भी प्रकाश डाला. भारत के प्रति अपार आशावाद देखकर मुझे खुशी हुई.'
Had a fruitful roundtable with tech CEOs in New York, discussing aspects relating to technology, innovation and more. Also highlighted the strides made by India in this field. I am glad to see immense optimism towards India. pic.twitter.com/qW3sZ4fv3t
— Narendra Modi (@narendramodi) September 23, 2024
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने वैश्विक स्तर पर विकसित हो रहे प्रौद्योगिकी परिदृश्य और किस प्रकार ये अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियां भारत सहित दुनिया भर में लोगों की भलाई में योगदान दे रही हैं, इस पर प्रधानमंत्री के साथ गहन चर्चा की. उन्होंने इस बात पर भी चर्चा की कि किस प्रकार इनोनेशन के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया जा रहा है, जिसमें वैश्विक अर्थव्यवस्था और मानव विकास में क्रांति लाने की क्षमता है.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने एक बयान में कहा कि राउंड टेबल सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), क्वांटम कंप्यूटिंग, जैव प्रौद्योगिकी और अर्धचालक प्रौद्योगिकियों सहित अत्याधुनिक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया. बैठक में भारत के उभरते स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश के अवसरों पर भी चर्चा की गई, जहां प्रौद्योगिकी में नवाचार तेजी से बढ़ रहे हैं. स्टार्टअप को अमेरिकी कंपनियों के लिए भारतीय बाजार में प्रवेश करने और नई प्रौद्योगिकियों और समाधानों के निर्माण में योगदान देने के लिए एक महत्वपूर्ण पुल के रूप में देखा गया.
इस सत्र की अध्यक्षता करने वाले एमआईटी के प्रोफेसर अनंथा चंद्रकासन ने प्रधानमंत्री मोदी और भाग लेने वाले सीईओ को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने वैश्विक भलाई के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए एमआईटी की निरंतर सहयोग का आश्वासन दिया.