French forces bomb ISIS areas in Syria: सीरिया में 31 दिसंबर को फ्रांसीसी सेना ने ISIS (इस्लामिक स्टेट) के ठिकानों पर बमबारी की.असद सरकार के पतन के बाद सीरिया पर हुआ यह पहला बड़ा हमला है. फ्रांसीसी सेना ने ISIS के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है.
फ्रांसीसी रक्षा मंत्री, सेबेस्टियन लेकोर्नु ने ट्विटर पर इस हमले की पुष्टि की. उन्होंने लिखा, "हमारी सेना लेवेंट में आतंकवाद से लड़ाई में लगी हुई है." उन्होंने बताया कि रविवार को फ्रांसीसी वायुसेना ने सीरिया में ISIS के ठिकानों पर लक्षित हमले किए थे.
फ्रांसीसी रक्षा मंत्रालय ने एएफपी से बातचीत में बताया कि फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू विमानों और अमेरिकी निर्मित रीपर ड्रोन ने सीरिया के मध्य क्षेत्र में दो ISIS सैन्य ठिकानों पर कुल सात बम गिराए.
Nos armées restent engagées dans la lutte contre le terrorisme au Levant.
— Sébastien Lecornu (@SebLecornu) December 31, 2024
Elles contribuent à la coalition internationale "Operation Inherent Resolve" (OIR), depuis 2014 en Irak et 2015 en Syrie.
Dimanche, des moyens aériens français ont procédé à des frappes ciblées contre des… pic.twitter.com/uwzOmcJDce
फ्रांस 2014 से इराक और 2015 से सीरिया में ISIS के खिलाफ गठबंधन "इनहेरेंट रिजॉल्व" का हिस्सा है. यह गठबंधन ISIS के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ रहा है. हालाँकि, सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार का पतन होने के बाद यह पहली बार है, जब फ्रांसीसी सेना ने ISIS के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई की है.
सीरिया में असद सरकार के खिलाफ विद्रोह के बाद, हिंसा और संघर्ष की स्थिति लगातार बनी रही. हयात तहरीर अल-शाम (HTS) ने सीरिया के इदलिब क्षेत्र में ISIS के जिहादी समूहों के खिलाफ लंबा संघर्ष किया है. ISIS को 2019 में सीरिया में क्षेत्रीय हार का सामना करना पड़ा, लेकिन अब भी यह समूह आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय है.
सीरिया के डि-फैक्टो नेता अहमद अल-शारा ने पूर्व विद्रोहियों को उच्च रैंक वाले सेना पदों पर नियुक्त किया है. इनमें से कई लड़ाके विदेशी हैं. शारा के जनरल कमांड ने रविवार को टेलीग्राम पर एक आदेश जारी किया, जिसमें 49 लोगों को कमांडर नियुक्त करने की घोषणा की गई, जो असद सरकार के पतन के बाद पहली बार हुआ है.