17 की उम्र में राजनीति में उतरे... जूनियर मंत्री से लेकर PM पद का सफर, जानें कौन हैं फ्रांस के पहले गे प्रधानमंत्री ग्रेबियल अटल?

ग्रबियल अटल, फ्रांस के पहले गे प्रधानमंत्री हैं. साल 2018 में अटल के स्कूल के समय के एक दोस्त ने उनके बारे में ये जानकारी सार्वजनिक की थी. उस वक्त अटल को मैक्रों ने फ्रांस के जूनियर मंत्री के रूप में नियुक्त किया था.

Om Pratap

France new prime minister Know about first gay PM Gabriel attal: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ग्रेबियल अटल को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है. 34 साल के ग्रेबियल इससे पहले एलिजाबेथ बोर्न (पूर्व प्रधानमंत्री) कैबिनेट में अहम मंत्रालय का जिम्मा संभाल चुके हैं. वे फ्रांस के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री बनने वाले शख्स हैं. ग्रेबियल अटल फ्रांस के पहले गे (समलैंगिक) प्रधानमंत्री भी हैं. बता दें कि सोमवार को एलिजाबेथ बोर्न ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्रेबियल अटल ने जब साल 2022 में मंत्री पद की शपथ ली थी, तब भी वे सबसे कम उम्र (32 साल) के राजनेता के रूप में मंत्री बनने वाले शख्स थे. एलिजाबेथ के इस्तीफे के बाद मैक्रों ने उन्हें प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया है. अटल से पहले फ्रांस के सबसे कम उम्र के प्रधानमंत्री के पद पर लॉरेंट फैबियस को 1984 में नियुक्त किया गया था. तब फैबियस की उम्र 37 साल थी. बता दें कि फ्रांस में इसी साल संसदीय चुनाव भी होने हैं.

कौन हैं 34 साल के ग्रेबियल अटल?

ग्रबियल अटल, फ्रांस के पहले गे प्रधानमंत्री हैं. साल 2018 में अटल के स्कूल के समय के एक दोस्त ने उनके बारे में ये जानकारी सार्वजनिक की थी. उस वक्त अटल को मैक्रों ने फ्रांस के जूनियर मंत्री के रूप में नियुक्त किया था. ये वो वक्त था, जब ग्रेबियल फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के पूर्व राजनीतिक सलाहकार स्टीफन सेजॉर्न के साथ रिलेशन में थे. उस दौरान ग्रेबियल 28 साल के थे.

17 साल की उम्र से शुरू की राजनीति

ग्रबियल अटल ने 17 साल की उम्र में राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने सबसे पहले सोशलिस्ट पार्टी ज्वाइन किया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना काल में जब सरकार ने उन्हें सरकारी प्रवक्ता बनाया, तब वे चर्चा में आए. इसके बाद वे वित्त मंत्रायल में जूनियर मंत्री बनाए गए और फिर 2023 में उन्हें एजुकेशन मिनिस्टर बनाया गया. 

फ्रांस में बुर्का पर बैन लगाकर चर्चा में आए

ग्रेबियल अटल पिछले साल उस वक्त चर्चा में आए जब उन्होंने स्कूलों में मुस्लिम पोशाक बुर्का पर बैन लगा दिया था. इसके बाद वे फ्रांस की राजनीति में चर्चित चेहरा बन गए. उनके इस फैसले की चर्चा न सिर्फ फ्रांस में बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी हुई. खासकर मुस्लिम देशों में. 

एलिजाबेथ को हटाना, अटल को लाना.. मैक्रों की चुनावी चाल?

फ्रांस की मीडिया के मुताबिक, चुनावी चाल के तहत मैक्रों ने एलिजाबेथ बोर्न को हटाकर ग्रेबियल अटल को फ्रांस का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि इमिग्रेशन मसले पर तनाव बढ़ने के कारण एलिजाबेथ बोर्न ने इस्तीफा दिया है. बता दें कि मैक्रों ने 2022 में राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एलिजाबेथ को पीएम नियुक्त किया था. एलिजाबेथ फ्रांस की दूसरी महिला प्रधानमंत्री थीं. उनसे पहले एडिथ क्रेसन फ्रांस के पहली महिला प्रधानमंत्री रही थीं.