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नोबेल शांति पुरस्कार के लिए इमरान खान के नाम की चर्चा, इस संंस्था ने किया नॉमिनेट

पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान का नामांकन नोबेल शांति पुरस्कार के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है. वहीं, इमरान खान ने अप्रैल 2022 में हुए एक अविश्वास प्रस्ताव के बाद सत्ता गंवा दी थी. हालांकि, वे सभी आरोपों से इनकार करते हैं और इन्हें राजनीतिक रूप से प्रेरित बताते हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान
Courtesy: Social Media

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को मानवाधिकार और लोकतंत्र के लिए उनकी कोशिशों के कारण नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया है. यह घोषणा शनिवार (29 मार्च) को पाकिस्तान वर्ल्ड अलायंस (PWA) के सदस्यों द्वारा की गई, जो पिछले दिसंबर में स्थापित एक वकालत समूह है और नॉर्वे की राजनीतिक पार्टी 'पार्टीत सेंट्रम' से भी जुड़े हुए हैं.

पार्टीत सेंट्रम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर घोषणा करते हुए कहा, "हम यह घोषणा करते हुए खुशी महसूस कर रहे हैं कि पार्टीत सेंट्रम के पक्ष से पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पाकिस्तान में मानवाधिकार और लोकतंत्र के लिए उनके योगदान के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है.

इमरान खान का पहले भी नामांकन

हालांकि, पूर्व पीएम इमरान खान को 2019 में भी नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था. यह नामांकन विशेष रूप से दक्षिण एशिया में शांति को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों के कारण था. बता दें कि, हर साल, नॉर्वेजियन नोबेल कमिटी सैकड़ों नामांकनों में से एक विजेता का चयन करती है, जो लगभग आठ महीने लंबी प्रक्रिया के बाद होता है.

इमरान खान का कारावास और मुकदमे

बता दें कि, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, जो पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक भी हैं, अगस्त 2023 से जेल में बंद हैं. जनवरी 2024 में उन्हें भ्रष्टाचार और अधिकार के दुरुपयोग से जुड़े एक मामले में 14 साल की सजा सुनाई गई थी. यह उनकी चौथी महत्वपूर्ण सजा थी.

पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ तीन अन्य मामलों में भी सजा सुनाई गई थी, जिनमें राज्य उपहारों की बिक्री, राज्य रहस्यों का लीक होना और अवैध विवाह शामिल थे. हालांकि, इन मामलों में अदालतों ने सजा को निलंबित या रद्द कर दिया था.