World News: यह रिपोर्ट एक संदिग्ध रूसी साजिश के बारे में है, जिसमें ब्रिटेन, जर्मनी और पोलैंड में पिछले साल तीन पार्सल विस्फोट किए गए थे. इन पार्सलों में फर्जी कॉस्मेटिक्स, मसाज पिलो और सेक्स टॉय के साथ-साथ घरेलू रूप से बनाए गए आगजनी उपकरण थे. इन उपकरणों में ज्वलनशील रसायनों का मिश्रण था, जैसे कि मैग्नीशियम और नाइट्रोमेथेन, जो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस द्वारा सक्रिय किए गए थे.
इस मामले से संबंधित एक व्यक्ति ने बताया कि इन हमलों को रूस के सैन्य खुफिया विभाग GRU द्वारा प्रेरित किया गया था. यूरोपीय सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि ये पार्सल आग लगाने के लिए इस्तेमाल किए गए थे, लेकिन इससे कोई हताहत नहीं हुआ था. सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि ये हमले रूस के "हाइब्रिड युद्ध" का हिस्सा थे, जिसका उद्देश्य यूक्रेन का समर्थन करने वाले देशों को अस्थिर करना था.
रूस ने आरोपों का किया खंडन
रूस ने इन आरोपों को खारिज किया और कहा कि उन्हें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इसके अलावा, GRU ने भी इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. जांच में यह पता चला कि रूस के खुफिया विभाग के हैंडलर्स अक्सर स्थानीय अपराधियों को अपनी योजनाएँ लागू करने के लिए काम पर लगाते हैं और उन्हें टेलीग्राम के जरिए आदेश देते हैं.
इसके अलावा, एक अन्य संदिग्ध व्यक्ति, अलेक्जेंडर बी, को भी इस साजिश में शामिल बताया गया है. उसे पोलैंड में गिरफ्तार किया गया था और अब जांच जारी है.
इस मामले में, पोलिश अधिकारियों ने कहा कि इन उपकरणों को बनाना बहुत सस्ता और सरल था, और यह खुफिया अभियानों के लिए एक गुप्त और प्रभावी तरीका हो सकता है.
यूक्रेनी व्यक्ति ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
पोलैंड में हुई जांच में यह भी सामने आया कि एक यूक्रेनी व्यक्ति जिसका नाम व्लादिस्लाव था, ने इस साजिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. व्लादिस्लाव को एक रूसी हैंडलर "Warrior" के जरिए निर्देश प्राप्त हुए थे. व्लादिस्लाव ने जुलाई 18 को अपनी कार में सामान लिया और फिर 4 पैकेज तैयार किए, जिनमें पिलो, सेक्स टॉयज और कॉस्मेटिक्स के पैकेट थे. इन पैकेजों को उन्होंने एक पार्क में किसी अन्य व्यक्ति को सौंप दिया, जिसका कोड वर्ड "Mary" था. इसने ये पैकेज 19 जुलाई को पोस्ट किए थे.