Russia Ukraine War: पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग शहर के 47 वर्षीय पूर्व सैनिक उर्गेन तमांग ने दावा किया है कि उसे धोखा देकर यूक्रेन युद्ध लड़ने के लिए रूस ले जाया गया था. यूक्रेन के खिलाफ जंग में भेजे जाने से पहले शख्स ने एक वीडियो मैसेज में भारत सरकार से उसे बचाने की अपील की है.रूस में फंसे शख्स ने वीडियो मैसेज में कहा कि उन्हें नौकरी में भर्ती के बहाने ट्रैवल एजेंटों द्वारा ठगा गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, तीन मिनट की वीडियो क्लिप में हिंदी में बात करते हुए शख्स ने कहा कि उसे विदेश में सुरक्षा गार्ड की नौकरी के नाम पर एजेंटों द्वारा ठगा गया है. एजेंटों ने उनसे वादा करके धोखा किया है. शख्स ने कहा कि मेरी सहमति के बिना ही मुझे रूसी सेना में भर्ती कर लिया गया है और यूक्रेन के खिलाफ जंग में भेजा जा रहा है.
सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में उर्गेन ने कहा मुझे बचा लो. मुझे यूक्रेन में लड़ने के लिए अग्रिम पंक्ति में ले जाया जा रहा है. मैं भारत सरकार खुद को बचाने की अपील करता हूं.
सोमवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बीजेपी के सांसद एम बिस्ता ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्रालय और रूस में भारतीय दूतावास से संपर्क किया है. उन्होंने कहा कि मैं उर्गेन की वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा हूं. हमें उम्मीद है कि हम इसमें जल्द कामयाब हो जाएंगे. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे लगातार रूसी समकक्षों से संपर्क में हैं और वहां फंसे भारतीयों की सकुशल वापसी के लिए काम कर रहे हैं.