European Union imposed 23 billion dollar worth of tariffs on US: यूरोपीयन यूनियन (EU) ने अमेरिका के खिलाफ एक नया व्यापारिक कदम उठाया है और लगभग 23 बिलियन डॉलर (21 बिलियन यूरो) के अमेरिकी सामानों पर टैरिफ लगाने का फैसला किया है. यह निर्णय अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आयातित स्टील और एल्यूमिनियम पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के जवाब में लिया गया है.
यूरोपीयन यूनियन ने इस टैरिफ को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना बनाई है. पहला चरण 15 अप्रैल से शुरू होगा, उसके बाद दूसरे चरण का कार्यान्वयन 15 मई को होगा और तीसरी और अंतिम चरण 1 दिसंबर से लागू किया जाएगा. ये कदम अमेरिकी व्यापार नीति के खिलाफ EU का प्रतिकार हैं.
व्यापारिक विवाद और EU का रुख
EU ने कई बार यह स्पष्ट किया है कि वह इस व्यापारिक विवाद को बातचीत के जरिए हल करना चाहता है. यूरोपीयन यूनियन का कहना है कि अमेरिकी टैरिफ 'अन्यथा' और 'हानिकारक' हैं, जो दोनों पक्षों की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं, साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. EU का मानना है कि एक संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभकारी समाधान निकालने के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत होनी चाहिए.
ट्रंप की व्यापार नीति और उसके प्रभाव
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की व्यापार नीति के तहत, अमेरिका ने स्टील, एल्यूमिनियम, और ऑटोमोबाइल जैसे सामानों पर 25 प्रतिशत के आयात शुल्क लगाए हैं. इसके अलावा, अन्य उत्पादों पर 20 प्रतिशत के टैरिफ भी लगाए गए हैं. यह कदम उन देशों के खिलाफ उठाए गए हैं जिनके बारे में ट्रंप का मानना है कि वे अमेरिकी सामानों पर उच्च व्यापारिक बाधाएं लगाते हैं.
चीन का अमेरिका पर भारी टैरिफ
इस बीच, चीन ने भी अमेरिका के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. चीन ने अमेरिकी सामानों पर 84 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है, इसके ठीक बाद अमेरिका ने 104 प्रतिशत शुल्क लगाया था. चीन ने बुधवार को यह घोषणा की कि वह अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाएगा, जो 10 अप्रैल से प्रभावी होगा. चीन का कहना है कि वह इस व्यापारिक युद्ध को अंत तक लड़ेगा.