US Tariffs: यूरोपीय संघ (ईयू) की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम पर लगाए गए शुल्क के खिलाफ यूरोपीय संघ जवाबी कार्रवाई करेगा.
यूरोपीय संघ के 27 देशों के समूह को अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाने होंगे.
वॉन डेर लेयेन ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस्पात और एल्युमीनियम पर शुल्क लागू करने के फैसले के खिलाफ यूरोपीय संघ चुप नहीं बैठेगा. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, 'यूरोपीय संघ अपने आर्थिक हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा.' यह बयान यूरोपीय संघ की दृढ़ता और प्रतिक्रिया की चेतावनी है, जो व्यापारिक रिश्तों में तनाव पैदा कर सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2018 में इस्पात और एल्युमीनियम पर शुल्क लगाए थे, जिसका उद्देश्य अमेरिका के घरेलू उद्योग की रक्षा करना था. हालांकि, इस कदम का विरोध वैश्विक स्तर पर हुआ है, खासकर यूरोपीय संघ और अन्य प्रमुख व्यापारिक साझेदारों से. यूरोपीय संघ ने पहले भी इस नीति को अनुचित और व्यापारिक असंतुलन बढ़ाने वाला बताया था.
वॉन डेर लेयेन का यह बयान एक संकेत है कि यूरोपीय संघ अमेरिकी नीतियों के खिलाफ अपने अधिकारों की रक्षा के लिए दृढ़ है. यदि अमेरिका अपने निर्णयों में बदलाव नहीं करता है, तो यूरोपीय संघ को अपने आर्थिक हितों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हो सकती है. इससे न केवल व्यापारिक तनाव बढ़ेगा, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ सकता है.
यूरोपीय संघ के अधिकारियों के अनुसार, इस मुद्दे पर अगले कुछ हफ्तों में और अधिक बातचीत और कदम उठाए जा सकते हैं. अमेरिकी शुल्क के खिलाफ जवाबी कार्रवाई से यह तय हो सकता है कि यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते किस दिशा में आगे बढ़ेंगे.
यह स्पष्ट है कि यूरोपीय संघ अमेरिकी शुल्क की नीति से असहमत है और इसके खिलाफ वह हर संभव उपाय करने को तैयार है. यह संकट वैश्विक व्यापार पर गहरे प्रभाव डाल सकता है, और दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ सकता है. आगे चलकर, यह देखना होगा कि इस मामले का समाधान किस दिशा में होता है और दोनों पक्षों के लिए क्या व्यापारिक लाभ और नुकसान हो सकते हैं.