फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इजरायल से गाजा और लेबनान पर हमले बंद करने और युद्धविराम का पालन करने की मांग की है. उन्होंने दो-राष्ट्र समाधान को शांति का एकमात्र रास्ता बताया और कहा कि जबरन विस्थापन या कब्जे की अनुमति नहीं दी जा सकती.
इजरायली पीएम से बातचीत
दो-राष्ट्र समाधान पर जोर
मैक्रों ने अरब पुनर्निर्माण योजना और दो-राष्ट्र समाधान पर आधारित राजनीतिक दृष्टिकोण की वकालत की. उन्होंने कहा, "यह दोनों पक्षों के लिए शांति और सुरक्षा का एकमात्र रास्ता है. जबरन विस्थापन या कब्जा इस लक्ष्य के खिलाफ होगा." उनका मानना है कि स्थायी शांति ही मध्य पूर्व के भविष्य की गारंटी दे सकती है.
लेबनान में युद्धविराम का पालन जरूरी
मैक्रों ने इजरायल से लेबनान में किए गए युद्धविराम का सख्ती से पालन करने को कहा. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सभी पक्षों पर लागू होता है ताकि ब्लू लाइन के दोनों ओर नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो. शुक्रवार को लेबनानी राष्ट्रपति से बातचीत के बाद, मैक्रों और नेतन्याहू ने लेबनान की संप्रभुता बहाल करने के लिए मिलकर काम करने का फैसला किया. इसमें इजरायल की पूरी वापसी और राज्य के हथियारों पर एकाधिकार को समर्थन शामिल है.
सीरिया पर भी चर्चा
मैक्रों ने शुक्रवार को सीरियाई राष्ट्रपति अल-शारा से बात की और नेतन्याहू के साथ सीरिया की स्थिरता पर विचार-विमर्श किया. वे सभी प्राथमिक मुद्दों पर इजरायली अधिकारियों के साथ समन्वय जारी रखेंगे.