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India Daily

VIDEO: ध्वस्त हुआ एलन मस्क का स्टारशिप रॉकेट, धमाके के बाद बिखरा मलबा

एलन मस्क की स्पेसएक्स को एक महत्वपूर्ण setback का सामना करना पड़ा है हाल ही में एक परीक्षण उड़ान के दौरान, स्टारशिप रॉकेट ने उड़ान के केवल 8 मिनट बाद संपर्क खो दिया और फ्लोरिडा में विस्फोटित हो गया.

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Edited By: Ritu Sharma
Elon Musk
Courtesy: Social Media

Washington: स्पेसएक्स के अब तक के सबसे शक्तिशाली रॉकेट स्टारशिप की आठवीं परीक्षण उड़ान एक बार फिर विफल हो गई. उड़ान के दौरान रॉकेट अंतरिक्ष में ही फट गया, जिससे इसका मलबा फ्लोरिडा और बहामास में गिरने लगा. यह घटना जनवरी में हुई पिछली विफलता के बाद हुई, जब स्टारशिप का ऊपरी चरण कैरिबियन के ऊपर बिखर गया था.

स्पेसएक्स के लिए एक और झटका

आपको बता दें कि स्टारशिप रॉकेट को चार डमी स्टारलिंक उपग्रहों की तैनाती और पुनः प्रवेश युद्धाभ्यास का परीक्षण करने के लिए लॉन्च किया गया था. लेकिन अंतरिक्ष में पहुंचने के कुछ ही देर बाद यह विस्फोट हो गया, जिससे स्पेसएक्स को एक बड़ा झटका लगा.

मलबा गिरने से जनजीवन प्रभावित

वहीं, स्टारशिप के विस्फोट के बाद फ्लोरिडा और बहामास के लोगों ने आसमान से मलबा गिरने की सूचना दी. स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है और निवासियों को सलाह दी गई है कि वे गिरते हुए मलबे से सतर्क रहें.

स्पेसएक्स ने किए थे कई सुधार, फिर भी मिली विफलता

बता दें कि जनवरी की विफलता के बाद स्पेसएक्स ने रॉकेट की प्रणोदक लाइनों में बदलाव किए थे और आग के जोखिम को कम करने के लिए नए वेंट जोड़े थे. इसके बावजूद, यह नई विफलता कंपनी के लिए एक बड़ा झटका है और स्टारशिप कार्यक्रम के विकास में मौजूद चुनौतियों को उजागर करती है.

उड़ानों पर पड़ा असर, एयर ट्रैफिक प्रभावित

हालांकि, स्टारशिप विस्फोट के बाद अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (FAA) ने मियामी, फोर्ट लॉडरडेल, ऑरलैंडो और पाम बीच हवाई अड्डों पर विमानों की उड़ानें एक घंटे के लिए रोक दीं. इसके बाद सामान्य परिचालन फिर से शुरू हुआ, लेकिन औसतन 45 मिनट की देरी हुई.

वहीं, FAA ने अपने बयान में कहा कि स्पेसएक्स को 6 मार्च को हुए इस हादसे की औपचारिक जांच करनी होगी. इससे पहले 16 जनवरी को भी FAA ने दर्जनों उड़ानों का मार्ग बदल दिया था, जब स्टारशिप के टूटने के कारण मलबा गिरने की चेतावनी जारी की गई थी.

मिशन की विफलता से स्पेसएक्स की योजना पर असर

इसके अलावा, स्पेसएक्स एक पुनः प्रयोज्य रॉकेट प्रणाली विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है, जिसका लक्ष्य मनुष्यों को चंद्रमा और मंगल ग्रह तक ले जाना है. हालांकि, इस तरह की विफलताएं इस महत्वाकांक्षी परियोजना की राह में बाधाएं उत्पन्न कर रही हैं. अब नियामक एजेंसियां ​​और स्पेसएक्स मिलकर इस हादसे की विस्तृत जांच करेंगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को टाला जा सके.