टेस्ला और स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर पर तीखा हमला करते हुए उन्हें "ब्रिटेन के बलात्कार" में शामिल ठहराया है. मस्क ने स्टार्मर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) के प्रमुख थे, तब उन्होंने ब्रिटेन में हुए बड़े आपराधिक कृत्यों को नजरअंदाज किया और इसके परिणामस्वरूप ब्रिटेन में सबसे बड़े सामूहिक अपराध की स्थिति बनी. मस्क ने यह भी कहा कि स्टार्मर को पद से हटाया जाना चाहिए और उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाना चाहिए.
एलन मस्क का बयान
JUST IN: 🇺🇸 🇬🇧 Elon Musk slams UK Prime Minister Keir Starmer and calls for him to be criminally prosecuted.
— BRICS News (@BRICSinfo) January 3, 2025
"Starmer was complicit in the RAPE OF BRITAIN when he was head of Crown Prosecution for 6 years.
Starmer must go and he must face charges for his complicity in the… pic.twitter.com/d8ZIEATGaD
कीर स्टार्मर का विवादास्पद अतीत
कीर स्टार्मर, जो वर्तमान में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री हैं, पहले क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) के प्रमुख के रूप में कार्य कर चुके हैं. इस पद पर रहते हुए, उनके कार्यकाल को लेकर कई विवाद उठे थे, जिनमें बड़े आपराधिक मामलों के प्रति उनकी निष्क्रियता और कुछ मामलों में अभियोजन की सुस्ती शामिल थी. मस्क का आरोप है कि इस दौरान हुई अपराधों की अनदेखी ने ब्रिटेन को गंभीर नुकसान पहुंचाया और उसे "बलात्कार" जैसे अपराधों के लिए जिम्मेदार ठहराया.
ब्रिटेन की राजनीति में उथल-पुथल
मस्क की टिप्पणियों ने ब्रिटेन की राजनीति में हलचल मचा दी है. कई आलोचकों का मानना है कि मस्क की इस तरह की बयानबाजी से व्यक्तिगत रूप से कीर स्टार्मर पर हमला किया जा रहा है, जबकि उनके समर्थकों का कहना है कि यह महज एक राजनीतिक हमले का हिस्सा हो सकता है. फिर भी, मस्क के आरोपों ने ब्रिटेन में स्टार्मर की छवि पर सवाल खड़ा कर दिया है और इस मुद्दे पर व्यापक बहस छिड़ गई है.
क्या स्टार्मर के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई
एलन मस्क के इस बयान को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या ब्रिटेन में स्टार्मर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. आमतौर पर, राजनीतिक आरोपों को सार्वजनिक बहस के हिस्से के रूप में देखा जाता है, लेकिन मस्क के आरोप इतने गंभीर हैं कि यह मामला न्यायिक समीक्षा की ओर भी बढ़ सकता है. हालांकि, फिलहाल ब्रिटेन की सरकार और अन्य राजनीतिक दल इस आरोप पर प्रतिक्रिया देने से बचते दिख रहे हैं.