प्रसिद्ध उद्यमी और एक्स के मालिक एलन मस्क ने हाल ही में चीन में एक्स पर लगे बैन और अमेरिका में टिकटॉक के खुले संचालन पर असंतोष जाहिर किया. मस्क ने इस असंतुलन को 'अनुचित' करार देते हुए इसे बदलने की जरूरत बताई.
टिकटॉक बैन के खिलाफ मस्क का रुख
मस्क ने आगे कहा अमेरिका ऐसा देश है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करता है, और टिकटॉक को बैन करना इस सिद्धांत के खिलाफ होगा, भले ही इससे उनकी खुद की कंपनी एक्स को लाभ हो सकता है.
I have been against a TikTok ban for a long time, because it goes against freedom of speech.
— Elon Musk (@elonmusk) January 19, 2025
That said, the current situation where TikTok is allowed to operate in America, but 𝕏 is not allowed to operate in China is unbalanced.
Something needs to change. https://t.co/YVu2hkZEVZ
एक्स पर बैन के लिए चीन को धोया
मस्क ने अमेरिका और चीन के बीच डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की असमानता पर भी सवाल उठाया. उन्होंने चीन में एक्स को प्रतिबंधित किए जाने और अमेरिका में टिकटॉक के संचालन की अनुमति दिए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई.
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, "फिलहाल जो स्थिति है, जहां टिकटॉक को अमेरिका में काम करने की अनुमति है, लेकिन एक्स को चीन में नहीं, वह असंतुलित है. इसे बदलने की जरूरत है."
चीन में एक्स पर प्रतिबंध क्यों?
चीन में एक्स और अन्य प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसकी जगह चीनी सरकार अपने देशी प्लेटफॉर्म्स जैसे वीबो और वीचैट को प्राथमिकता देती है. वहीं, अमेरिका में चीनी प्लेटफॉर्म टिकटॉक को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जा रहा है.
इस नीति पर सवाल उठाते हुए मस्क ने इसे एकतरफा और अनुचित बताया. उनका कहना है कि अगर किसी देश को दूसरे के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से लाभ होता है, तो समान स्तर पर काम करने का अवसर सभी को मिलना चाहिए.
फ्री स्पीच का मुद्दा
एलन मस्क हमेशा से फ्री स्पीच के समर्थक रहे हैं. उनका मानना है कि किसी भी डिजिटल प्लेटफॉर्म को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की सीमाओं में रहकर काम करने देना चाहिए. उन्होंने टिकटॉक को बैन करने की बजाय, दोनों देशों के बीच डिजिटल आदान-प्रदान के लिए समान नियम लागू करने की वकालत की.