Elon Musk accused Jo Biden Sunita: सुनीता विलियम्स की वापसी अब तक संभव नहीं हो सकी है. उनकी वापसी को लेकर स्पेसएक्स काम कर रही है. उनकी वापसी में हो रही देरी को लेकर स्पेसएक्स के CEO एलन मस्क ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बाइडेन प्रशासन ने जानबूझकर NASA के अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बूट विलमोर की पृथ्वी पर वापसी को देरी से रोका. मस्क के मुताबिक, उनकी कंपनी SpaceX ने कई महीने पहले इन अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए एक मिशन पेश किया था, लेकिन अमेरिकी सरकार ने इसे ठुकरा दिया था. हालांकि, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने कहा कि उनकी वापसी में हो रही देरी के पीछे कोई राजनीतिक भूमिका नहीं है.
स्पेसएक्स के मालिक एलन मस्क ने X पर पोस्ट करके यह दावा किया कि सुनीता विलियम्स और बूट विलमोर जो 8 दिन में ही लौटने वाले थे लेकिन अभी तक वह अंतरिक्ष में ही फंसे हुए हैं. SpaceX छह महीने पहले ही एक और ड्रैगन मिशन भेज सकता था और उन्हें घर ला सकता था, लेकिन बाइडेन व्हाइट हाउस ने इसे अनुमति नहीं दी."
The astronauts were only supposed to be up there for 8 days and now have been there for 8 months.
— Elon Musk (@elonmusk) March 5, 2025
SpaceX could have sent up another Dragon and brought them home 6 months ago, but the Biden White House (not NASA) refused to allow it.
President Trump asked to bring them back as… https://t.co/BVsHRn2Ocf
मस्क ने यह भी कहा कि उस समय डोनाल्ड ट्रंप ने इस ममले में हस्तक्षेप करते हुए कहा था कि जल्द से जल्द सुनीता वीलिय्मस की वापसी के लिए कदम उठाए जाए.
सुनीता और बूट विलमोर ने 6 जून 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से ISS गए थे. लेकिन वापसी करते वक्त इस स्पेसक्रॉफ्ट में में कुछ तकनीकी खराबी हो गई जिसके बाद उनकी वापसी टाल दी गई थी. अब, वे SpaceX के Crew Dragon में वापस लौटेंगे, जो Crew-9 के अंतरिक्ष यात्रियों के सीटों को भरेंगे.
एलन मस्क ने पहले भी अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि "SpaceX का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ही एकमात्र सुरक्षित विकल्प है, जो इन अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस ला सकता है." इसके अलावा, मस्क ने बोइंग के स्टारलाइनर को लेकर भी आलोचना की थी, क्योंकि NASA ने उसे सुरक्षित नहीं माना था और उसे उड़ान के लिए ग्राउंडेड रखा था.