Israel Hamas War: इजरायल और हमास की जंग के बीच इस्लामिक देश मिस्र ने बड़ा एलान किया है. मिस्र ने कहा है कि वह इजरायल के रफाह में हमलों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कोर्ट जाएगा. इस फैसले ने स्पष्ट कर दिया है कि काहिरा अब पूरी तरह से फिलिस्तीन के साथ है. मिस्र के अधिकारियों ने साफ कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में दक्षिण अफ्रीका द्वारा दायर किए गए मामले का समर्थन करेगा और हस्तक्षेप करेगा. काहिरा के अधिकारियों ने इजरायल को धमकी देते हुए कहा कि यदि वह रफाह में अपने हमले नहीं रोकता है तो वह तेल अवीव के साथ अपने संबंधों पर विचार करने के लिए विवश होगा.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, मिस्र का यह फैसला रफाह में इजरायली हमले के विरोध में आया है. हालांकि उसकी ओर से अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि हस्तक्षेप का स्वरूप क्या होगा? मिस्र इससे पहले भी इस मामले में कई बार अपनी दलीलें पेश कर चुका है. मिस्र के इंटरनेशनल कोर्ट जाने से इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मुश्किलें जरूर बढ़ सकती हैं. इजरायल के रफाह में किए जा रहे सैन्य अभियान का पुरी दुनिया विरोध कर रही है.
इजरायली मीडिया आउटलेट यरूशेलम पोस्ट के अनुसार, मिस्र का कहना है कि इजरायल अपने हमलों से गाजा के नागरिकों को निशाना बना रहा है. वह फिलिस्तीन के बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचा रहा है. इस कारण फिलिस्तीन के नागरिकों के सामने विस्थापन का संकट पैदा हो गया है. इजिप्ट के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इजरायल जिनेवा कन्वेंशन का सरेआम उल्लंघन कर रहा है. इजरायल इस जंग में खुलेआम मानवीय कानून, नागरिकों की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ा रहा है.