गोलियों की तड़तड़ाहट से गाजा में शामत, कुछ ही सेकंड में 40 से अधिक लोगों की मौत...आखिर क्या चाहता है इजरायल?

इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है कि इजरायली हवाई हमले के कारण बेत लाहिया में भी कई लोग मारे गए. इसके अलावा, गाजा के अन्य इलाकों में भी लोग हमलों का शिकार हुए. फिलिस्तीनी समूह हमास के अधिकारी काहिरा की ओर रवाना हो गए हैं, जहां गाजा में युद्ध विराम के लिए बातचीत फिर से शुरू करने की कोशिश की जा रही है.

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Khushboo Chaudhary

इजरायली सैनिकों के हमलों में गाजा पट्टी में रातभर और शुक्रवार को कम से कम 40 फिलिस्तीनी लोग मारे गए. डॉक्टरों ने बताया कि इनमें से कुछ लोग नुसेरात के उत्तरी इलाके में मारे गए, जहां शरणार्थी शिविर स्थित हैं. इजरायली हवाई हमले के कारण बेत लाहिया में भी कई लोग मारे गए. इसके अलावा, गाजा के अन्य इलाकों में भी लोग हमलों का शिकार हुए. फिलिस्तीनी समूह हमास के अधिकारी काहिरा की ओर रवाना हो गए हैं, जहां गाजा में युद्ध विराम के लिए बातचीत फिर से शुरू करने की कोशिश की जा रही है.


डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने नुसेरात के उत्तरी इलाके में 40 फिलिस्तीनी लोगों के शव बरामद किए हैं. नुसेरात गाजा के आठ पुराने शरणार्थी शिविरों में से एक है.उन्होंने आगे बताया कि शुक्रवार को उत्तरी गाजा के बेत लाहिया में एक घर पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम 10 फिलिस्तीनी मारे गए.

कम से कम 40 फिलिस्तीनी लोगों की मौत

दरअसल बीते गुरुवार को इजरायली टैंक नुसेरात के उत्तरी और पश्चिमी इलाकों में घुस आए थे. शुक्रवार को वे उत्तरी इलाकों से वापस चले गए लेकिन शिविर के पश्चिमी हिस्सों में सक्रिय रहे. फिलिस्तीनी नागरिक आपातकालीन सेवा ने कहा कि उनकी टीमें घरों में फंसे हुए लोगों की मदद नहीं कर पाईं, क्योंकि वे संकट कॉल का जवाब नहीं दे पा रही थीं.शुक्रवार को कई फिलिस्तीनी लोग उन इलाकों में लौटे, जहां सेना पीछे हट गई थी, और उन्होंने अपने घरों को हुए नुकसान का जायजा लिया.

सामने आई दर्दनाक कहानी

इस दौरान चिकित्सकों और रिश्तेदारों ने सड़क पर पड़े शवों, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, उन्होंने कंबल या सफेद कफन से ढक दिया और उन्हें स्ट्रेचर पर रखकर ले गए. एक शोकाकुल व्यक्ति जमीन पर पड़े स्ट्रेचर पर लेटी अपनी पत्नी की लाश के पास आंसू बहाते हुए कह रहा था, 'मुझे माफ कर दो, मेरी पत्नी, मुझे माफ कर दो, मेरी इब्तिस्साम, मुझे माफ कर दो, मेरी प्रिये.' वहीं डाक्टरों ने बताया कि शुक्रवार को एक इजराइली ड्रोन ने गाजा पट्टी के उत्तरी छोर पर स्थित बेत लाहिया के कमाल अदवान अस्पताल के गहन चिकित्सा इकाई के प्रमुख अहमद अल-काहलौत की हत्या कर दी. यह अस्पताल अक्टूबर से ही इजरायली सेना की कार्रवाई का लक्ष्य बन रहा था.

किसी हमले के होने की जानकारी नहीं

खबरों की माने तो इजरायली सेना ने कहा कि उसे इस स्थान या समयावधि में किसी हमले के होने की जानकारी नहीं है.कमाल अदवान अस्पताल गाजा पट्टी के उत्तरी किनारे पर स्थित तीन चिकित्सा सुविधाओं में से एक है जो चिकित्सा, ईंधन और खाद्य आपूर्ति की कमी के कारण अब मुश्किल से काम कर रही है. स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इसके अधिकांश चिकित्सा कर्मचारियों को इजरायली सेना ने हिरासत में ले लिया है या निष्कासित कर दिया है.

मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या 70

फिलिस्तीनी नागरिक आपातकालीन सेवा, हमास और फिलिस्तीनी आधिकारिक समाचार एजेंसी WAFA ने पिछले 24 घंटों में बेत लहिया में दो इजरायली हमलों में मारे गए फिलिस्तीनियों की संख्या 70 बताई है. स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इस आंकड़े की तत्काल पुष्टि नहीं की गई है. इजरायल के कब्जे वाले पश्चिमी तट में, फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने गाजा में तत्काल युद्ध विराम का आह्वान किया और इजरायल पर 'लोगों (उत्तरी गाजा में) को उनकी भूमि और घरों से विस्थापित करने के लिए उनके विरुद्ध भुखमरी के हथियार का प्रयोग करने' का आरोप लगाया है.

जबालिया शरणार्थी शिविर से लोगों को हटा रही

इजरायली सेना ने कहा कि 5 अक्टूबर से बेत लाहिया, बेत हनून और जबालिया में सक्रिय बलों का उद्देश्य हमास के आतंकवादियों को फिर से संगठित होने और उन क्षेत्रों से हमले करने से रोकना है. निवासियों ने कहा कि सेना बेत लाहिया और बेत हनून के शहरों के साथ-साथ जबालिया शरणार्थी शिविर से लोगों को हटा रही है.

युद्धविराम प्रयास फिर से शुरू

शुक्रवार को देर शाम दो हमास अधिकारियों ने रॉयटर्स को बताया कि हमास का एक प्रतिनिधिमंडल मिस्र के अधिकारियों से बातचीत के लिए शनिवार यानि आज को काहिरा पहुंचेगा. यह दौरा अमेरिका द्वारा यह कहे जाने के कुछ दिनों बाद हुआ है कि वह गाजा युद्धविराम वार्ता को फिर से शुरू करने के लिए कतर, मिस्र और तुर्की के साथ नए प्रयास शुरू करेगा. दरअसल इजरायल और हमास के सहयोगी लेबनान के हिजबुल्लाह के बीच समानांतर संघर्ष में युद्ध विराम बुधवार को भोर से पहले प्रभावी हो गया, जिससे हाल के महीनों में तेजी से बढ़ी शत्रुता पर रोक लग गई, जिसने गाजा संघर्ष को प्रभावित कर दिया था.

क्या है पूरा मामला?

इजराइल और हमास के सहयोगी लेबनान के हिजबुल्लाह के बीच समानांतर संघर्ष में युद्ध विराम बुधवार को भोर से पहले प्रभावी हो गया, जिससे हाल के महीनों में तेजी से बढ़ी शत्रुता पर रोक लग गई, जिसने गाजा संघर्ष को प्रभावित कर दिया था.बीते मंगलवार को लेबनान समझौते की घोषणा करते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि वह अब गाजा में युद्धविराम समझौते के लिए अपना प्रयास नवीनीकृत करें और उन्हें इजरायल और हमास से इस अवसर का लाभ उठाने का आग्रह किया. गाजा के अधिकारियों का कहना है कि गाजा में इजरायल के अभियान में करीब 44,300 लोग मारे गए हैं और कम से कम एक बार तो इस क्षेत्र की लगभग पूरी आबादी विस्थापित हो गई है। इस क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा खंडहर में तब्दील हो चुका है.इजराइल ने कहा है कि हमास के नेतृत्व वाले उग्रवादियों ने 13 महीने पहले दक्षिणी इजराइली समुदायों पर हमला किया था, जिससे युद्ध शुरू हो गया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था.