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India Daily

ट्रंप की सोशल मीडिया पोस्ट पर उठे इनसाइडर ट्रेडिंग के शक, शेयर बाजार में हलचल तेज

Democrats Demand Inquiry: बाजार खुलने के थोड़ी देर बाद, राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर दो प्रेरणादायक पोस्ट साझा किए, जिसमें उन्होंने अमेरिका के भविष्य के प्रति सकारात्मकता व्यक्त की.

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Edited By: Ritu Sharma
trump on tariffs
Courtesy: Social Media

US Politics: अमेरिकी शेयर बाजार में अचानक आई तेज़ उछाल को लेकर सियासी तूफान खड़ा हो गया है. इस बार विवाद की जड़ हैं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जिन्होंने टैरिफ पर रोक की आधिकारिक घोषणा से ठीक पहले सोशल मीडिया पर निवेशकों को 'खरीदारी' की सलाह दे डाली. अब डेमोक्रेट सांसदों ने इस घटनाक्रम को इनसाइडर ट्रेडिंग और बाजार में हेरफेर का मामला बताते हुए जांच की मांग शुरू कर दी है.

सोशल मीडिया पर ट्रंप का जोशिला मैसेज

बता दें कि बुधवार को बाजार खुलते ही ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर लिखा, ''शांत रहें! सब कुछ ठीक हो जाएगा. अमेरिका पहले से ज़्यादा बड़ा और बेहतर बनेगा!'' इसके बाद उन्होंने एक और पोस्ट में निवेशकों से अपील की, ''खरीदारी के लिए यह बेहतरीन समय है!!! DJT.''

बाजार में ऐतिहासिक उछाल

इन पोस्ट्स के कुछ ही घंटों बाद ट्रंप ने टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगाने की घोषणा कर दी, जिससे शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी आई. नैस्डैक इंडेक्स में 12% की छलांग लगी, S&P 500 में 9.5% और डॉव जोन्स में करीब 2800 अंकों की बढ़त दर्ज हुई. ट्रंप की खुद की मीडिया कंपनी के शेयर भी 22.67% चढ़े, जिससे उनकी हिस्सेदारी का मूल्य 415 मिलियन डॉलर बढ़ गया.

राजनीतिक विरोध और जांच की मांग

बताते चले कि कैलिफोर्निया के डेमोक्रेट सीनेटर एडम शिफ ने सबसे पहले इस पर जांच की सार्वजनिक मांग उठाई. उन्होंने कहा, ''फैमिली मीम कॉइन और बाकी सब कुछ इनसाइडर ट्रेडिंग से परे नहीं है. मैं इसका पता लगाऊंगा.'' अन्य डेमोक्रेट नेताओं ने भी चिंता जताई. वर्जीनिया के सीनेटर टिम केन ने कहा, ''जब मेरा नाई भी मुझसे पूछता है कि ट्रंप खुद के लिए पैसा कमा रहे हैं क्या, तो समझिए मामला गंभीर है.'' वहीं, सीनेटर टीना स्मिथ ने भी इसे “बड़ा सवाल” बताया.

प्रशासन की सफाई

वित्तीय विशेषज्ञों की आलोचना के बीच, वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने ट्रंप का बचाव करते हुए कहा, ''यह बस आशावाद की अभिव्यक्ति थी.'' वहीं ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट ने कहा कि यह टैरिफ नीति का हिस्सा था, जिसका मकसद चीन पर दबाव बनाना है.

राष्ट्रपति की भूमिका पर बहस

हालांकि व्हाइट हाउस ने ट्रंप की टिप्पणियों के सटीक समय पर कोई स्पष्टता नहीं दी, लेकिन प्रवक्ता कुश देसाई ने कहा, ''राष्ट्रपति की जिम्मेदारी है कि वह बाजारों को आत्मविश्वास दें.'' इस बीच, ट्रंप ने भी खुशी जताते हुए बॉन्ड मार्केट को 'सुंदर' बताया और लचीलापन दिखाने की बात कही.