अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नया कार्यकारी आदेश जारी किया है, जिसके तहत रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ को ट्रांसजेंडर सैनिकों के संबंध में पेंटागन की नीति को संशोधित करने का निर्देश दिया गया है. इस आदेश के बाद, अमेरिकी सेना में ट्रांसजेंडर सैनिकों की भर्ती पर भविष्य में प्रतिबंध लगाए जाने की संभावना है.
यह आदेश राष्ट्रपति ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान उठाए गए कदमों के अनुरूप है, जब उन्होंने ट्रांसजेंडर सैनिकों पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की थी. इस कदम के बाद, मामला अदालतों में लंबित हो गया था और वर्षों तक इसका समाधान नहीं निकला था. जब जो बाइडन राष्ट्रपति बने, तो उन्होंने ट्रंप के आदेश को पलट दिया था और ट्रांसजेंडर सैनिकों के लिए सेना में सेवा करने की अनुमति दी थी. अब ट्रंप के नए आदेश से यह स्पष्ट हो गया है कि वे इस नीति को फिर से बदलने का इरादा रखते हैं, जो पहले बाइडन प्रशासन ने लागू की थी.
ट्रंप द्वारा हस्ताक्षरित इस कार्यकारी आदेश से यह संभावना जताई जा रही है कि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को अब सेना में भर्ती होने में कठिनाई हो सकती है. उनका तर्क है कि सेना में सेवा करने के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए, और ट्रांसजेंडर सैनिकों के मामले में यह एक चुनौती हो सकती है. हालांकि, इस आदेश को लागू करने के लिए पेंटागन को अपनी वर्तमान नीतियों में बदलाव करने होंगे.
ट्रांसजेंडर सैनिकों पर यह प्रतिबंध न केवल सेना में भर्ती पर प्रभाव डाल सकता है, बल्कि इससे ट्रांसजेंडर समुदाय में असुरक्षा और भेदभाव की भावना भी उत्पन्न हो सकती है. कई मानवाधिकार संगठनों ने इस कदम की आलोचना की है और इसे ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों का उल्लंघन बताया है.
अब देखना यह है कि क्या पेंटागन इस आदेश को लागू करेगा और इसे अदालत में चुनौती दी जाएगी, जैसा कि पहले हुआ था. इस मुद्दे पर आने वाले दिनों में और बहस हो सकती है.
इनपुट: भाषा