Iran Nuclear Programme: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ईरान के साथ उसके न्यूक्लियर प्रोग्राम के बारे में सीधी बात करेंगे. उन्होंने तेहरान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बातचीत सफल नहीं हुई तो वह बहुत बड़े खतरे में पड़ सकते हैं. इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि बातचीत शनिवार से शुरू होगी. उन्होंने कहा कि तेहरान परमाणु हथियार हासिल नहीं कर सकता है.
ट्रम्प ने कहा ने कहा कि वो उनसे सीधे बात कर रहे हैं और शायद कोई डील होने जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि समझौता करना किसी भी बात को क्लियर किए जाने से बेहतर होगा. जब उनसे पूछा गया कि अगर तेहरान के साथ बातचीत सफल नहीं होती है तो क्या वह सैन्य कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध होंगे? इस पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि ईरान बहुत खतरे में पड़ने जा रहा है और उन्हें यह कहने में नफरत है.
उन्होंने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बातचीत सफल नहीं होती है, तो ईरान के लिए बहुत बुरा दिन होगा. व्हाइट हाउस में अपने पहले कार्यकाल के दौरान, ट्रंप ने पूर्व डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा किए गए ऐतिहासिक परमाणु समझौते से अमेरिका को वापस ले लिया था. इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप के कूटनीतिक प्रयासों का समर्थ किया था और कहा था कि इजरायल और अमेरिका का उद्देश्य ईरान को न्यूक्लियर वेपन बनाने से रोकना है.
जब अमेरिका को 2015 के ईरान परमाणु समझौते से बाहर निकाला गया था को ट्रंप ने दावा किया था कि वो दुनिया को सुरक्षित बना रहे हैं. हालांकि, इस कदम ने उनके इंटरनेशनल अलगाव को भी बढ़ा दिया था. साथ ही अमेरिका की विश्वसनीयता के बारे में नई चिंताएं पैदा कर दीं थीं.