अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को चीन के सभी अमेरिकी सामानों पर अतिरिक्त 34% शुल्क लगाने के फैसले पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे चीन की गलती करार देते हुए कहा कि बीजिंग ऐसा कदम उठाने की स्थिति में नहीं है. ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, "चीन ने गलत चाल चली, वे घबराहट में हैं - यह वह एक चीज है जो वे बर्दाश्त नहीं कर सकते!"
चीन ने अमेरिका को सिखाया सबक
ट्रम्प का बयान
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में शुल्कों की घोषणा करते हुए कहा, "50 साल से अधिक समय तक करदाताओं को लूटा गया, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा." उन्होंने इसे अमेरिकी हितों की रक्षा का कदम बताया. हालांकि, चीन के जवाबी शुल्क ने दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध को और गहरा कर दिया है.
चीन की अन्य कार्रवाइयां
34% शुल्क के अलावा, चीन ने मध्यम और भारी रेयर अर्थ तत्वों के निर्यात पर रोक लगा दी, जो कंप्यूटर चिप्स और इलेक्ट्रिक वाहन बैटरियों जैसे हाई-टेक उत्पादों में इस्तेमाल होते हैं. यह प्रतिबंध 4 अप्रैल से प्रभावी होगा. चीन दुनिया के 90% रिफाइंड रेयर अर्थ का उत्पादन करता है, और अमेरिका इसकी आपूर्ति के लिए काफी हद तक उस पर निर्भर है. इसके साथ ही, चीन ने 30 अमेरिकी संगठनों, ज्यादातर रक्षा से जुड़े, पर प्रतिबंध लगाए. पहले भी दो दर्जन अमेरिकी कंपनियों को निशाना बनाया जा चुका है.
अमेरिकी आपूर्तिकर्ताओं पर रोक
चीन के सीमा शुल्क प्रशासन ने दो अमेरिकी चिकन आपूर्तिकर्ताओं - डेलावेयर की माउंटेयर फार्म्स और कोस्टल प्रोसेसिंग - से आयात निलंबित कर दिया. उसका दावा है कि इनके शिपमेंट में फुराजोलिडोन नामक प्रतिबंधित दवा बार-बार पाई गई.