'समय समाप्त हो गया...', डोनाल्ड ट्रंप ने यमन में हौथी विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का दिया आदेश

ट्रंप ने हौथियों के मुख्य समर्थक ईरान को भी चेतावनी दी कि उसे समूह का समर्थन तुरंत बंद कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ईरान ने अमेरिका को धमकी दी तो अमेरिका आपको पूरी तरह से जवाबदेह ठहराएगा और हम इसके बारे में अच्छा व्यवहार नहीं करेंगे.

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को कहा कि उन्होंने सेना को यमन में हौथियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, आज, मैंने संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना को यमन में हूथी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक और शक्तिशाली सैन्य कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है. उन्होंने अमेरिकी और अन्य जहाजों, विमानों और ड्रोनों के खिलाफ़ समुद्री डकैती, हिंसा और आतंकवाद का एक निरंतर अभियान चलाया है.

ट्रंप ने हौथियों के मुख्य समर्थक ईरान को भी चेतावनी दी कि उसे समूह का समर्थन तुरंत बंद कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ईरान ने अमेरिका को धमकी दी तो अमेरिका आपको पूरी तरह से जवाबदेह ठहराएगा और हम इसके बारे में अच्छा व्यवहार नहीं करेंगे.

'हूथी आतंकवादियों का समय खत्म हुआ'

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हौथियों द्वारा अमेरिकी जहाजों पर किसी भी प्रकार का हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ट्रंप ने लिखा, सभी हूथी आतंकवादियों, आपका समय समाप्त हो गया है और आपको आज से ही हमले बंद करने होंगे. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो आप पर नरक की ऐसी बारिश होगी, जैसी आपने पहले कभी नहीं देखी होगी! 

ट्रंप ने कहा, जो बाइडेन की प्रतिक्रिया दयनीय रूप से कमज़ोर थी, इसलिए बेलगाम हौथियों ने बस आगे बढ़ना जारी रखा. एक साल से ज़्यादा समय हो गया है जब कोई अमेरिकी झंडा वाला वाणिज्यिक जहाज़ स्वेज़ नहर, लाल सागर या अदन की खाड़ी से सुरक्षित रूप से गुज़रा हो. चार महीने पहले लाल सागर से गुजरने वाले अंतिम अमेरिकी युद्धपोत पर हूथियों ने एक दर्जन से अधिक बार हमला किया था.

कई जहाजों पर किया हमला

रॉयटर्स के अनुसार, हौथियों ने इजरायल से लड़ रहे गाजा के फिलिस्तीनी आतंकवादियों के समर्थन में नवंबर 2023 से यमन के तट पर जहाजों पर 100 से अधिक हमले किए हैं, जिससे वैश्विक शिपिंग बाधित हुई है. संयुक्त राज्य अमेरिका की यह सैन्य कार्रवाई हौथी उग्रवादी समूह द्वारा यह वादा करने के कुछ ही दिनों बाद हुई है कि यदि गाजा में और अधिक सहायता नहीं पहुंची तो वे इजरायली जहाजों पर हमला करना पुनः शुरू कर देंगे.