US Strikes Yemen: डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन टॉप अधिकारियों से एक बड़ी गलती हो गई है. दरअसल, अधिकारियों ने एक पत्रकार को अपनी सेंसिटिव ग्रुप चैट में गलती से एड कर लिया. इस ग्रुप चैट में यमन के हूथी विद्रोहियों पर हमले के प्लान्स थे. यहां इन मामले को लेकर अहम चर्चा हो रही थी.
इस ग्रुप चैट में 18 लोग थे, जिसमें नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर माइक वाल्ट्ज, वाइस प्रेजिडेंट जे.डी. वांस, सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस पीट हेगसेथ, फॉरेन सेक्रेटरी मार्को रुबियो, डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस तुलसी गब्बार्ड, फाइनेंस मिनिस्टर स्कॉट बेसेंट, सीआईए डायरेक्टर जॉन रैटक्लिफ और ट्रंप के मिडिल ईस्ट और यूक्रेन के दूत स्टीव विटकोफ जैसे लोग शामिल थे. इसके अलावा व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ सुसी वाइल्स, होमलैंड सिक्योरिटी एडवाइजर स्टीफन मिलर और अन्य कई अधिकारी भी इस ग्रुप का हिस्सा थे.
इस ग्रुप में, अटलांटिक के एडिटर-इन-चीफ जेफ्री गोल्डबर्ग भी थे और उनके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उनका नाम JG के तौर पर स्क्रीन पर दिखाई दे रहा था.
जो चैट लीक की गई उसमें हमले की टाइमिंग पर चर्चा की गई थी. वाइस प्रेसिडेंट वांस ने हमले पर सवाल उठाए थे. उन्होंने लिखा था कि वो एक इकनोमिक इवेंट में हैं लेकिन उन्हें लगता है कि यह एक बड़ी हो सकती है. उन्होंने कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि राष्ट्रपति को इसका आभास नहीं हो रहा है और इससे तेल की कीमतों में वृद्धि का भी खतरा हो सकता है.
इस पर ट्रंप के राष्ट्रीय काउंटरटेररिज्म सेंटर के उम्मीदवार जो केंट ने वांस का सपोर्ट भी किया था और कहा था कि इस समय सीमा को लेकर कोई जल्दी नहीं है. हम एक महीने बाद भी इस पर बात कर सकते हैं.
गोल्डबर्ग ने कहा कि उन्हें हमले के बारे में जानकारी पहले ही मिल गई थी. साथ ही यह भी बताया था कि उन्हें पहले से दो घंटे की जानकारी मिली थी कि हमला हो सकता है. पीट हेगसेथ ने 11:44 बजे हमले का प्लान भेजा था जिसमें हमले की जानाकरी, टारगेट और टाइमिंग थी.
जब हमला हो गया तो उसके बाद ग्रुप के बाकी लोगों ने मैसेजेज भेजे और माइक वाल्ट्ज ने अद्भुत काम की सराहना की, जबकि जॉन रैटक्लिफ ने इसे एक अच्छी शुरुआत बताया. व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ सुसी वाइल्स ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि सभी ने बहुत अच्छा काम किया.