डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के सबसे प्रमुख संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथोनी फौसी की सुरक्षा खत्म कर दी है. फौसी पिछले कुछ वर्षों में चर्चा का मुख्य केंद्र बने रहे हैं. कोविड-19 महामारी के दौरान उनकी भूमिका और सार्वजनिक रूप से दिए गए बयानों ने उन्हें विश्व स्तर पर एक प्रसिद्ध व्यक्ति बना दिया. हालांकि, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी अनबन ने कई विवादों को जन्म दिया.
एंथोनी फौसी: दशकों का सेवा रिकॉर्ड
सुरक्षा छीनने का विवाद
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही डॉ. फौसी की राष्ट्रीय सुरक्षा हटाने का निर्णय लिया. इससे पहले, फौसी को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के तहत सुरक्षा दी जा रही थी. ट्रंप के इस फैसले के बाद, डॉ. फौसी ने खुद अपनी निजी सुरक्षा का इंतजाम किया, जिसका खर्च वे स्वयं उठा रहे हैं. डॉ. फौसी को यह सुरक्षा कोविड-19 महामारी के दौरान मिल रही धमकियों के कारण प्रदान की गई थी. लेकिन ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद यह सुरक्षा खत्म कर दी, जिसे कई लोग एक प्रतिशोधात्मक कदम मानते हैं.
बहुत पैसा कमाया है, खुद सिक्योरिटी रख सकते हैं
ट्रंप ने कहा, "आपको ताउम्र सुरक्षा नहीं दी जा सकती क्योंकि आप सरकार के लिए काम करते थे। उन सभी ने बहुत पैसा कमाया है - खुद की सिक्योरिटी रख सकते हैं। मैं बहुत अच्छी सुरक्षा एजेंसियों को जानता हूं नंबर दे सकता हूं।"
"आपको ताउम्र सुरक्षा नहीं दी जा सकती क्योंकि आप सरकार के लिए काम करते थे।
— Mukesh Mathur (@mukesh1275) January 24, 2025
उन सभी ने बहुत पैसा कमाया है - खुद की सिक्योरिटी रख सकते हैं।
मैं बहुत अच्छी सुरक्षा एजेंसियों को जानता हूं नंबर दे सकता हूं।"
ऐसा नजरिया भारत में भी चाहिए। कई नेता, रसूखदार टैक्सपेयर के पैसे से सरकारी… pic.twitter.com/lMALtFFd1W
माइक पोम्पियो की भी छीनी सिक्टोरिटी
फौसी के अलावा, डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पियो की सुरक्षा भी छीन ली. ट्रंप ने अपने प्रशासन से जुड़े कई अधिकारियों को अपनी नई सरकार के शुरुआती दिनों में ही निशाना बनाया, जिसे उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला माना जा रहा है.
जो बाइडेन का समर्थन
पिछले राष्ट्रपति जो बाइडेन ने डॉ. फौसी के समर्थन में कई बयान दिए. अपने कार्यकाल के अंत में, बाइडेन ने डॉ. फौसी को क्षमादान दिया, जिसे ट्रंप ने विवाद का मुद्दा बनाया. बाइडेन ने कहा था, “जो लोग निर्दोष हैं और सही काम कर रहे हैं, उन्हें भी झूठे आरोपों का सामना करना पड़ता है, जिससे उनकी साख और आर्थिक स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ता है.”
ट्रंप-फौसी का विवाद: राजनीतिक हकीकत या बदले की भावना?
डॉ. फौसी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच मतभेद कोविड-19 महामारी के दौरान ही शुरू हो गए थे. फौसी के विज्ञान पर आधारित बयान और ट्रंप के राजनीतिक निर्णय कई बार एक-दूसरे के विरोध में रहे. यही वजह थी कि ट्रंप के समर्थक, डॉ. फौसी के खिलाफ हो गए.