Kash Patel FBI Head: अमेरिका के हाल ही में बने नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए भारतीय-अमेरिकी कश्यप 'काश' पटेल को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) का प्रमुख नियुक्त किया है. यह कदम न केवल ट्रंप प्रशासन की नई दिशा को दर्शाता है, बल्कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए भी गर्व का क्षण है.
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर इस घोषणा को साझा करते हुए काश पटेल को एक 'अमेरिका फर्स्ट योद्धा' और 'संविधान के पैरोकार' के रूप में सराहा. उन्होंने लिखा, 'काश पटेल एक शानदार वकील, जांचकर्ता और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले योद्धा हैं. उन्होंने अपने करियर में सच्चाई, जवाबदेही और न्याय को प्राथमिकता दी है. FBI में उनकी नियुक्ति से एजेंसी में ईमानदारी और निष्ठा वापस आएगी.'
नए FBI निदेशक के रूप में पटेल का कार्यकाल ट्रंप के दृष्टिकोण का समर्थन करता है. बता दें की पटेल को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे अमेरिका में बढ़ते अपराध, गैंग हिंसा, और मादक पदार्थों की तस्करी को समाप्त करें. इसके साथ ही वे अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी के अधीन काम करेंगे और एफबीआई को एक भरोसेमंद एजेंसी के रूप में पुनर्गठित करेंगे.
काश पटेल ने ओबामा प्रशासन के दौरान न्याय विभाग में सेवा की थी. ट्रंप प्रशासन में उन्होंने कई अहम भूमिकाएं निभाईं, जिनमें, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के वरिष्ठ सलाहकार के रुप में काम करना, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद निरोध के वरिष्ठ निदेशक, कार्यवाहक रक्षा सचिव क्रिस्टोफर मिलर के चीफ ऑफ स्टाफ शामिल है. इसके साथ ही पटेल ने रूस जांच के दौरान हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के वरिष्ठ वकील के रूप में भी काम किया.
हालांकि अपने बेबाक बयानों के कारण काश पटेल हमेशा चर्चा में रहे हैं. उन्होंने FBI की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यह एजेंसी पूरी तरह से समझौता कर चुकी है. उनके इस विचार ने ट्रंप के राजनीतिक दुश्मनों और पत्रकारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की वकालत को बल दिया था.
काश पटेल, एफबीआई निदेशक के रूप में नियुक्त होने वाले दूसरे भारतीय-अमेरिकी हैं. उनकी नियुक्ति ने भारतीय समुदाय को गर्व से भर दिया है.