अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह एक व्यापक टैरिफ योजना की घोषणा की थी, जिसने वैश्विक आर्थिक व्यवस्था और अमेरिका के सहयोगियों के साथ लंबे समय से चले आ रहे व्यापारिक रिश्तों को हिलाकर रख दिया. हालांकि, इस योजना का एक बड़ा हिस्सा अब 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है, जबकि ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार युद्ध को तेज करने का फैसला किया है. इस आंशिक बदलाव के साथ, क्या ट्रंप अपने व्यापारिक लक्ष्यों के करीब पहुंचे हैं? आइए उनके पांच प्रमुख लक्ष्यों पर नजर डालें.
1. बेहतर व्यापार सौदे
ट्रंप की मूल योजना में सभी पर 10% का आधारभूत टैरिफ और 60 देशों पर अतिरिक्त "रेसिप्रोकल" टैरिफ शामिल थे. इसने सहयोगियों और विरोधियों को हक्का-बक्का कर दिया. वित्त सचिव स्कॉट बेसेन्ट के अनुसार, "75 से अधिक" विश्व नेताओं ने ट्रंप से सौदों के लिए संपर्क किया. दक्षिण कोरिया और जापान के साथ बातचीत शुरू हो चुकी है.
निष्कर्ष: सहयोगी देशों के पास ट्रंप के साथ समझौता करने के लिए 90 दिन हैं. बातचीत शुरू होने से संकेत मिलता है कि ट्रंप को कुछ सफलता मिल सकती है.
2. अमेरिकी उद्योग को बढ़ावा
ट्रंप ने कहा: "नौकरियां और कारखाने हमारे देश में वापस लौटेंगे... हम अपने औद्योगिक आधार को सशक्त करेंगे."
ट्रंप का मानना है कि टैरिफ अमेरिकी विनिर्माण को अनुचित विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाएंगे. लेकिन कारखानों को बढ़ाने में समय लगता है. ट्रंप के बार-बार बदलते टैरिफ फैसले अनिश्चितता पैदा करते हैं.
निष्कर्ष: अनिश्चितता के कारण कंपनियां बड़े निवेश से बच रही हैं.
3. चीन के साथ टकराव
ट्रंप ने कहा: "मुझे चीन के राष्ट्रपति शी के लिए बहुत सम्मान है, लेकिन वे हमारा बहुत फायदा उठा रहे थे."
ट्रंप ने चीन पर सख्ती दिखाई, लेकिन संकेत दिए कि वे समझौते के लिए तैयार हैं. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने कहा, "राष्ट्रपति अविश्वसनीय रूप से उदार होंगे" अगर चीन सौदा चाहे.
निष्कर्ष: चीन के साथ टकराव जोखिम भरा है और सहयोगियों को नाराज कर सकता है.
4. राजस्व में वृद्धि
ट्रंप ने कहा: "अब हमारी बारी है समृद्धि की, और इससे हम करों को कम करेंगे और राष्ट्रीय ऋण चुकाएंगे."
टैक्स फाउंडेशन का अनुमान है कि 10% का टैरिफ अगले 10 वर्षों में 2 ट्रिलियन डॉलर का राजस्व देगा. लेकिन यह राशि हाल के कर कटौती की लागत को पूरा नहीं करेगी.
निष्कर्ष: टैरिफ से राजस्व बढ़ेगा, लेकिन यह लंबे समय तक टिकाऊ नहीं हो सकता.
5. उपभोक्ताओं के लिए कम कीमतें
ट्रंप ने कहा: "घरेलू उत्पादन से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और उपभोक्ताओं के लिए कीमतें कम होंगी."
विश्लेषकों का कहना है कि टैरिफ से आयात की कीमतें बढ़ेंगी. टैक्स फाउंडेशन के अनुसार, पहले साल में औसत अमेरिकी परिवार को 1,253 डॉलर का अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ेगा.
निष्कर्ष: कीमतों में वृद्धि ट्रंप के लिए राजनीतिक जोखिम पैदा कर सकती है.