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डोनाल्ड ट्रंप ने ड्रैगन पर किया डबल अटैक, टैरिफ बढ़ाकर किया प्रहार, तिलमिला उठा चीन, कहा- देंगे जवाब

US-China Tariff War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता में वापसी के साथ ही व्यापार युद्ध शुरू कर दिया है. चीन उत्पादों पर टैरिफ की घोषणा के बाद बीजिंग का भी रिप्लाई आया है. जिसमें कहा गया है कि अमेरिका से सारा हिसाब हिया जाएगा.

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Edited By: Shanu Sharma
US-China Tariff War
Courtesy: Social Media

US-China Tariff War: अमेरिका की सत्ता में डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के बाद से वैश्विक व्यापार युद्ध शुरू हो चुका है. डोनाल्ड ट्रंप ने चीन, भारत, मैक्सिकों, कनाडा समेत की देशों पर टैरिफ का हमला कर चुके हैं और धीरे-धीरे यह हमला और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा है. इसी बीच मंगलवार को ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर टैरिफ में अतिरिक्त 10 प्रतिशत की वृद्धि करने का ऐलान किया है. जिससे कुछ चीनी उत्पादों पर कुल 45 प्रतिशत का टैरिफ हो जाएगा.

डोनाल्ड ट्रंप के इस नए टैरिफ प्लान पर चीन ने दृढ़ता के साथ विरोध जताया है. साथ ही चीन ने जवाबी कार्रवाई करने की बात कही है. हालांकि दोनों देशों के बीच चल रहे इस व्यापार का सीधा असर उपभोक्ताओं यानी ग्राहकों पर पड़ने वाला है. 

घोषणा से असंतुष्ट चीन देगा जवाब 

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि बीजिंग ट्रंप की घोषणा से बहुत असंतुष्ट है. उन्होंने कहा कि वे अपने हितों की रक्षा के लिए जवाबी कदम उठाएगा और इसकी कोई जानकारी भी नहीं दी जाएगी. प्रशासन के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में फेंटेनाइल के प्रवाह को रोकने में चीन की विफलता के बाद टैरिफ बढ़ाने का फैसला लिया गया है. चीन में एक बयान में कहा कि अमेरिका की यह प्रथा तथ्यों, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियमों और सभी पक्षों की आवाज़ों की अवहेलना कर रही है. साथ ही यह एकतरफा और धमकाने का एक विशिष्ट तरीका है. 

अमेरिका को उसी के तरीके में रिप्लाई

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से संबद्ध राष्ट्रवादी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने सोमवार को बताया कि बीजिंग अध्ययन कर रहा है और मजबूत, शक्तिशाली जवाबी उपाय तैयार कर रहा है. ग्लोबल टाइम्स ने एक अज्ञात स्रोत का हवाला देते हुए कहा कि इन जवाबी उपायों में संभवतः टैरिफ और गैर-टैरिफ उपायों की एक श्रृंखला शामिल होगी. अमेरिकी कृषि और खाद्य उत्पादों को सबसे अधिक सूचीबद्ध किया जाएगा. अमेरिकी कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार, चीन अमेरिकी कृषि उत्पादों का सबसे बड़ा बाजार है. जो 2023 में कुल अमेरिकी कृषि निर्यात का 17 प्रतिशत हिस्सा है.

फरवरी की शुरुआत में, ट्रम्प ने कनाडाई और मैक्सिकन माल पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाया और फिर उन देशों के प्रमुखों के साथ चर्चा के बाद उन्हें एक महीने के लिए टाल दिया. हालांकि इन अमेरिका इन देशों पर भी टैरिफ मंगलवार से लागू कर चुका हैं. अमेरिका द्वारा फेंटेनाइल पर लगाए गए टैरिफ के बदले चीन ने अमेरिकी कोयले और तरलीकृत प्राकृतिक गैस के आयात पर 15 प्रतिशत शुल्क लगाया है. साथ ही कृषि उपकरण और कच्चे तेल पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया है. बीजिंग की प्रतिक्रिया से इस बात की संभावना बढ़ गई है कि दोनों देश प्रतिशोधात्मक टैरिफ के चक्र में उलझ जाएंगे.