Donald Trump on Zelenskyy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर हमला करते हुए उन्हें "तानाशाह" करार दिया और चेतावनी दी कि अगर वे जल्दी शांति समझौता नहीं करते, तो उनका देश खो जाएगा. यह बयान दोनों नेताओं के बीच बढ़ते मतभेद को और भी गहरा कर दिया है, जो यूरोपीय नेताओं के लिए चिंता का विषय बन चुका है.
जेलेंस्की ने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन एक "दिसइंफॉर्मेशन स्पेस" में जी रहे हैं, जो मास्को द्वारा नियंत्रित है. ट्रम्प ने फ्लोरिडा में एक सऊदी-backed निवेश मीटिंग में कहा कि जेलेंस्की "जो बाइडेन को अपने झांसे में रखने में माहिर हैं".
ट्रम्प का यह बयान "तानाशाह" शब्द के साथ जल्दी ही विवाद में बदल गया, जिसे जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने गलत और खतरनाक बताया. शोल्ज़ का कहना था कि "यह गलत है और खतरनाक है कि हम राष्ट्रपति जेलेंस्की को उनकी लोकतांत्रिक वैधता से वंचित करें." इसके बावजूद, ट्रम्प ने अपनी आलोचनाओं को जारी रखा और जेलेंस्की को चेतावनी दी कि अगर वह शांति के लिए शीघ्र कदम नहीं उठाते, तो उनका देश बच नहीं पाएगा.
ट्रम्प ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "एक चुनाव के बिना तानाशाह, जेलेंस्की को जल्दी कदम उठाने चाहिए या फिर उसे अपना देश खोना पड़ सकता है." इस टिप्पणी ने यूक्रेन और पश्चिमी देशों में हलचल मचा दी, क्योंकि यह युद्ध के समाधान के लिए ट्रम्प की नीति को लेकर गंभीर सवाल उठाता है. ट्रम्प के इस बयान से यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रि सिबीहा ने जवाब देते हुए कहा कि कोई भी देश को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर नहीं कर सकता.
यह बयान ट्रम्प द्वारा यूक्रेन को रूस द्वारा 2022 में किए गए आक्रमण के लिए दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद आया. इसने अमेरिकी सहयोगियों के बीच चिंता बढ़ा दी है, खासकर यूरोप में, जहां ट्रम्प की नीति से रूस को लाभ हो सकता है. यूरोपीय देशों को डर है कि ट्रम्प के दृष्टिकोण से यूक्रेन को और भी बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, जबकि रूस को इसके खिलाफ कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं मिलेगी.