Donald Trump on Russia-Ukraine War: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस-यूक्रेन युद्ध को "पागलपन" करार देते हुए तुरंत युद्धविराम और शांति वार्ता की अपील की है. ट्रम्प ने कहा कि चीन इस संघर्ष को समाप्त करने में अहम भूमिका निभा सकता है. उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भी इस अवसर का लाभ उठाने और शांति स्थापित करने के लिए कदम उठाने को कहा.
डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ट्रुथ सोशल, पर कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को तुरंत रोका जाना चाहिए. उन्होंने इसे "पागलपन" बताते हुए लिखा, "जेलेंस्की और यूक्रेन एक समझौता करना चाहते हैं और इस पागलपन को खत्म करना चाहते हैं."
ट्रम्प ने यह भी दावा किया कि यूक्रेन को अब तक भारी जान-माल की हानि झेलनी पड़ी है, हालांकि उनके द्वारा दिए गए आंकड़ों को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने खारिज किया. ट्रम्प ने कहा, "व्लादिमीर को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए. चीन मदद कर सकता है. दुनिया इंतजार कर रही है!"
ट्रम्प और जेलेंस्की के बीच यह मुलाकात पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की मेजबानी में हुई. यह ट्रम्प के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद दोनों नेताओं की पहली आमने-सामने की बातचीत थी.
हालांकि वार्ता का विस्तृत विवरण सामने नहीं आया है, लेकिन फ्रांसीसी और यूक्रेनी अधिकारियों ने इसे "सकारात्मक और उत्पादक" बताया. ट्रम्प ने अपनी बातचीत के दौरान शांति की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि यह समय है जब सभी पक्ष आगे बढ़कर समाधान की दिशा में काम करें.
ट्रम्प ने चीन को शांति स्थापित करने में मददगार बताया. उन्होंने कहा कि चीन एक ऐसा पक्ष बन सकता है जो इस विवाद को खत्म करने के लिए दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता कर सके. हालांकि चीन की ओर से इस संदर्भ में अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है.
जेलेंस्की ने ट्रम्प की शांति वार्ता की अपील पर कहा कि केवल समझौते से शांति नहीं लाई जा सकती. उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस के साथ प्रभावी शांति सुनिश्चित करने के लिए ठोस और विश्वसनीय गारंटी आवश्यक हैं.
उन्होंने कहा, "एक सीधी-सादी युद्धविराम संधि का मतलब है कि यह संघर्ष कभी भी फिर से भड़क सकता है. हमें इस बात की गारंटी चाहिए कि यूक्रेन के नागरिकों को बार-बार इस तरह की कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़े."
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने ट्रम्प की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रूस बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन उसकी शर्तें पूरी होनी चाहिए. पेस्कोव ने इस्तांबुल वार्ता का उल्लेख किया और कहा कि यह एक आधार बन सकता है, लेकिन इसके लिए यूक्रेन को भी पहल करनी होगी. उन्होंने जेलेंस्की द्वारा लगाए गए रूसी नेतृत्व के साथ संपर्क पर प्रतिबंध को हटाने की आवश्यकता पर जोर दिया.