Pahalgam Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जो भी कुछ हुआ उसने पूरे दुनिया को हिलाकर रख दिया. 26 निर्दोषों को जान से मारने वाले आतंकियों के पनाहगार पाकिस्तान को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. इंटरनेशनल मुद्दों पर करीब से नजर रखने वाले अधिकारियों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुआ नरसंहार भारत को भड़काने के लिए रचा गया था. बैसरन मैदान में हुए आतंकवादी हमले से पहले के दिनों में उभरे पैटर्न की ओर इशारा करते हैं.
रिपोर्ट में बताया गया कि पाकिस्तान ने ट्रंप प्रशासन से मिली 400 मिलियन डॉलर की सुरक्षा सहायता का दुरुपयोग हमलों के लिए किया हो सकता है. हाल ही में हमास नेताओं का पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) दौरा और पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के हिंदुओं के खिलाफ बयान को भारत को उकसाने की कोशिश माना जा रहा है.
F-16 लड़ाकू विमानों को ठीक करने के लिए ट्रंप ने दिया फंड
फरवरी 2025 के अंत में, ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को अपने F-16 लड़ाकू विमानों के रखरखाव के लिए 397 मिलियन डॉलर दिए. ये पैसे इस शर्त पर दिए गए थे कि पाकिस्तान इनका उपयोग केवल आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए करेगा. लेकिन खुफिया जानकारी के अनुसार, इन पैसों का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए किया गया.
पहलगाम हमले से दो महीने पहले, हमास के वरिष्ठ नेताओं ने PoK में एक सार्वजनिक सभा के लिए दौरा किया था. भारतीय खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास के प्रवक्ता खालिद कदौमी और नाजी जहीर, साथ ही नेता मुफ्ती अजम और बिलाल अल्सल्लत, 5 फरवरी 2025 को रावलाकोट में एक रैली में शामिल हुए. इस रैली का नाम 'कश्मीर सॉलिडैरिटी और हमास ऑपरेशन अल अक्सा फ्लड' था, जिसमें करीब 100 विदेशी उग्रवादी शामिल थे.
पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने दिया जहरीला बयान
पहलगाम आतंकी हमले के कुछ दिन बाद, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने अपनी 'दो-राष्ट्र सिद्धांत' की बात दोहराई और कहा कि मुस्लिम और हिंदू हर तरह से अलग हैं. उन्होंने कहा, "मुसलमान और हिंदू दो अलग-अलग राष्ट्र हैं. मुसलमान हिंदुओं से धर्म, रीति-रिवाज, परंपराओं, सोच और आकांक्षाओं में अलग हैं." यह बयान उन्होंने शनिवार को खैबर-पख्तूनख्वा में पाकिस्तान मिलिट्री एकेडमी (PMA) की परेड में दिया. मुनीर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान जानता है कि खुद का बचाव कैसे करना है.
भारत ने उठाए कई सख्त कदम
पाकिस्तान की उकसावे की कार्रवाइयों के बावजूद, भारत ने इस्लामाबाद को आतंकवाद के समर्थन के लिए सजा देने के लिए सोच-समझकर कदम उठाए हैं. भारत ने पहली बार विश्व बैंक की मध्यस्थता वाली सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, जो पाकिस्तान के 80% खेतों के लिए पानी सुनिश्चित करती थी. भारत ने कहा कि यह निलंबन तब तक रहेगा जब तक पाकिस्तान "सीमा पार आतंकवाद का समर्थन पूरी तरह और विश्वसनीय रूप से बंद नहीं करता." भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी औपचारिक व्यापारिक संबंध भी रोक दिए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है.
सूत्रों का कहना है कि सरकार को पहले की घटनाओं की जानकारी है, जहां अशांति फैलाने की कोशिश की गई थी. सूत्र ने कहा, "चाहे किसान आंदोलन हो, CAA विरोध हो, या मणिपुर में जातीय हिंसा, देश में बड़ी सिविल अशांति पैदा करने की कोशिश की गई थी."