फ्रांस की एक अदालत ने गुरुवार को 30 साल की मिरियम जौएन को 25 साल की जेल की सजा सुनाई है. जौएन ने एक नवजात बच्चे को रोने से रोकने के लिए ड्रेन क्लीनर पिलाया था, जिससे बच्चे की मौत हो गई थी. दक्षिण-पूर्वी शहर ल्योन की अदालत ने उसे "यातना" और "मृत्यु का कारण बनी बर्बरता" का दोषी ठहराया, हालांकि हत्या की मंशा साबित नहीं हुई है.
अभियोक्ता बैपटिस्ट गोड्रेउ ने इस मामले को खौफनाक करार देते हुए कहा, "जौएन अपने कृत्य के प्रति पूरी तरह सचेत थी." उन्होंने जोर दिया कि "एक असहाय बच्चे की कायरतापूर्ण हत्या की गंभीरता को दंडित करने, समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करने और परिवार के हितों की रक्षा के लिए कड़ी सजा जरूरी थी." जौएन ने पुलिस हिरासत में स्वीकार किया कि उसने बच्चे को ड्रेन क्लीनरतरल पिलाया, लेकिन उसका इरादा हत्या का नहीं था. उसने कहा, "मैं अब बच्चे का रोना सहन नहीं कर सकती थी.'
मुकदमे में सामने आए चौंकाने वाले खुलासे
परीक्षण के दौरान जौएन ने कई बार अपने बयान बदले, लेकिन अंत में स्वीकार किया कि उसने बच्चे का सिर पकड़कर ड्रेन क्लीनर उसके मुंह में डाला था.
माता-पिता फैसले पर असंतोष
बच्चे के माता-पिता इस फैसले से हैरान हैं कि जौएन को हत्या का दोषी नहीं ठहराया गया. उनके वकील कैथरीन बौर्गेड ने कहा, "यह फैसला पीड़ा पर पीड़ा बढ़ाता है. माता-पिता को ऐसा लग रहा है जैसे उन्होंने अपना बच्चा दोबारा खो दिया।" उन्होंने सवाल उठाया, "कौन एक बच्चे के मुंह में ड्रेन क्लीनर डाल सकता है और फिर कह सकता है कि उसका उसे मारने का इरादा नहीं था?"
क्या था पूरा मामला?
ये पूरा वाकया 22 जून 2022 का है जब लिसा के पिता उसे डेकेयर छोड़ने छोड़कर चले गए थे. इस दौरान जॉएन बच्चे के साथ अकेली थी. कुछ ही मिनट बाद, दो अन्य महिलाओं ने देखा कि बच्चा उल्टी कर रहा है और कर्मचारी घबराई हुई थी. गंभीर रूप से जल चुकी बच्चे की कुछ घंटों बाद अस्पताल में मृत्यु हो गई. जौएन को अनुभव की कमी के बावजूद 'पीपल एंड बेबी ग्रुप' द्वारा नियुक्त किया गया था.