World War II Story: मौजूदा दौर में जिस तरह से यूक्रेन-रूस इजरायल-हमास और इजरायल-ईरान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है उसे देखते हुए अक्सर लोग तीसरे विश्व युद्ध की भविष्यवाणी करते नजर आते हैं. हालांकि विश्व युद्ध सिर्फ तबाही लेकर नहीं आता बल्कि अपने साथ कई ऐसी घटनाएं भी लाता है जो बरसों तक अपनी क्रूर यादों में लोगों को जकड़ कर रखती हैं.
ऐसी ही एक कड़वी याद के बारे में फ्रांसिसी महिला एमी डूप्रे ने सुनाया है जो दूसरे विश्वयुद्ध से जुड़ी है लेकिन ये घटना आज भी लोगों को झकझोर देती है. न्यूज एजेंसी एएफपी से बात करते हुए 99 साल एमी ने अपनी मां की एक चिट्ठी दिखाई जिसमें दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमेरिकी सैनिकों की ओर से फ्रैंच महिलाओं के साथ रेप करने से लेकर बाकी भूल न सकने वाले बातों का जिक्र था.
यह घटना जून 1944 की है जब अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और फ्रांस जैसे देशों ने एकजुट होकर यूरोप को जर्मनी के कब्जे से छुड़वाने के लिए युद्ध का सहारा लिया था. इस दौरान ये अमेरिकी सैनिक ऑपरेशन ओवरलोड के लिए फ्रांस के नॉर्मडी पहुंचे थे, जिसे डी-डे भी कहा जाता है. एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार उस वक्त एमी की उम्र करीब 19 साल थी.
नाजी के कब्जे से छूटने की खुशी में बाकी लोगों की तरह एमी भी अमेरिकी सैनिकों को देखकर खुश थी लेकिन उनकी यह खुशी जल्द ही मातम में बदल गई जब 10 अगस्त, 1944 को 2 अमेरिकी सैनिक एमी के फैमिली फार्म पर पहुंचे. एमी के अनुसार वो सैनिक नशे में थे और उन्हें रात बिताने के लिए बस एक महिला चाहिए थे.
एमी ने अपनी मां का खत पढ़ते हुए बताया कि कैसे सैनिकों ने उनके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद वो एमी की तरफ बढ़ रहे थे. इसे देखकर उनकी मां सैनिकों के सामने गई और कहा कि जो भी करना है वो उनके साथ कर लें लेकिन उनकी बेटी को छोड़ दें. सैनिकों ने एमी की मां की बात मान ली और उन्हें खेत में ले जाकर 8 बार उनका रेप किया. इस दौरान एमी घर में ही अपनी मां का इंतजार कर रही थी.
एमी ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि उनकी मां को अमेरिकी सैनिक छोड़ेंगे या उन्हें भी पिता की तरह मौत के घाट उतार दिया जाएगा. खत पढ़ते हुए एमी भावुक हो गई और कहा कि मां ने उन्हें बचाने के लिए बार-बार खुद से रेप होने दिया, मैं आज भी उस दिन को याद कर सहम जाती हूं. एफपी की रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर 1944 में नॉर्मडी की जंग जीतने के बाद 152 अमेरिकी सैनिकों पर फ्रेंच महिलाओं के साथ आरोप लगे हैं.
रिसर्चर मैरी रॉबर्ट्स के अनुसार 1944 से 1946 के बीच जब दुनिया विश्व युद्ध की चपेट में थी तो फ्रांस में अमेरिकी सैनिकों के देश छोड़कर जाने तक रेप के सैकड़ों मामले इज्जत बचाने की वजह से दर्ज ही नहीं हो पाए थे. उनके अनुसार ऑपरेशन ओवरलोड से पहले ही अमेरिकी सेना ने अपने इरादे साफ कर दिए थे जब उनके लीडर ने कहा था कि फ्रेंच महिलाओं को हासिल करना आसान होता है और यही बात कह कर उन्हें युद्ध के लिए राजी करने की कोशिश की गई थी.
इसको लेकर अमेरिकी सेना के अखबार स्टार एंड स्ट्रिप्स में कई ऐसी तस्वीरें छापी गई थी जिसमें अमेरिकी सैनिक फ्रेंच महिलाओं के साथ दिख रहे थे और उन्हीं से संबंध बनाने का लालच देकर युद्ध में जाने के लिए राजी किया गया. आपको बता दें कि भले ही दुनिया के दूसरे सबसे बड़े युद्ध के दौरान फ्रेंच महिलाओं के साथ रेप के सैकड़ों मामले सामने आये थे लेकिन सामने आने के बाद भी सिर्फ 29 सैनिकों को ही सजा मिल पाई थी. एमी की मां का रेप करने वाले सैनिक को भी मौत की सज मिली लेकिन बाकी जिन दोषियों को सजा दी गई उसमें 25 अश्वेत थे, जिन्हें फ्रांस के गांवों में फांसी पर लटकाया गया था.