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कैसे हुआ पन्नू मर्डर प्लॉट में फंसे निखिल गुप्ता का प्रत्यर्पण? चेक रिपब्लिक ने शेयर किया वीडियो

निखिल गुप्ता को गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोपों में चेक रिपब्लिक ने अमेरिका को प्रत्यर्पित किया है. निखिल गुप्ता ने अमेरिकी कोर्ट में कहा है कि वह किसी भी मर्डर प्लॉट में शामिल नहीं है, उसे जबरन फंसाने की कोशिश हो रही है. उसे प्राग से एक साल पहले गिरफ्तार किया गया था. अब चेक पुलिस ने उसके प्रत्यर्पण का वीडियो भी शेयर किया है.

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Edited By: India Daily Live
Nikhil Gupta
Courtesy: Social Media

चेक रिपब्लिक ने गुरपतवंत सिंह पन्नू के हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार निखिल गुप्ता को अमेरिका को सौंप दिया है. खालिस्तानी आतंकी पन्नू मर्डर प्लॉट से निखिल गुप्ता ने अमेरिकी कोर्ट में शामिल होने से इनकार किया है. निखिल गुप्ता का प्रत्यर्पण कैसे हुआ है, इसका वीडियो भी चेक रिपब्लिक ने शेयर किया है. वीडियो में अधिकारी निखिल गुप्ता का हाथ पकड़कर ले जाते नजर आ रहे हैं. चेक गणराज्य की ओर से कहा गया है कि प्राग एयरपोर्ट पर निखिल गुप्ता को सुरक्षित तरीके से प्रत्यर्पित किया गया है.

निखिल गुप्ता पर अमेरिकी जमीन पर सिख चरमपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नून के खिलाफ हत्या की साजिश रचने का आरोप है. चेक गणराज्य पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'अमेरिका में हत्या की साजिश रचने का संदिग्ध विदेशी शुक्रवार से अमेरिकी न्यायपालिका के हाथों में है. प्राग एयरपोर्ट पर उसका सुरक्षित प्रत्यर्पण हुआ है.'

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो?

वायरल वीडियो में निखिल गुप्ता का चेहरा ब्लर किया या है. चेक के कानून मंत्री पावेल ब्लेजेक ने कहा है कि निखिल गुप्ता को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया है. उन्होंने X पर पोस्ट किया, 'निखिल गुप्ता को मेरे निर्णय के आधार पर शुक्रवार को आपराधिक मुकदमा चलाने के लिए अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया.' निखिल गुप्ता को अमेरिकी कानून मंत्रालय के निर्देशों पर 30 जून को प्राग एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया था. 
 

 

 

कोर्ट में निखिल गुप्ता ने खुद को बताया निर्दोष, किस बात की जा देगा अमेरिका?

निखिल गुप्ता को सोमवार को न्यूयॉर्क की एक फेडरल कोर्ट में पेश किया गया था. उनके वकील जेफरी चैब्रोवे ने कहा कि निखिल निर्दोष हैं. चेक कोर्ट ने बीते महीने निखिल गुप्ता की एक याचिका खारिज कर दी थी. याचिका में उन्होंने प्रत्यर्पण के खिलाफ अर्जी दी थी. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि निखिल गुप्ता एक भारतीय सरकारी अधिकारी के निर्देशों के अनुसार काम कर रहे थे. भारत ने इस तरह के मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और आरोपों की उच्च स्तरीय जांच शुरू की है. अब इस केस की छानबीन जारी है. निखिल गुप्ता पर अमेरिकी खूफिया एजेंसियां क्या साबित कर पाती हैं, यह देखने वाली बात होगी.