चेक रिपब्लिक ने गुरपतवंत सिंह पन्नू के हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार निखिल गुप्ता को अमेरिका को सौंप दिया है. खालिस्तानी आतंकी पन्नू मर्डर प्लॉट से निखिल गुप्ता ने अमेरिकी कोर्ट में शामिल होने से इनकार किया है. निखिल गुप्ता का प्रत्यर्पण कैसे हुआ है, इसका वीडियो भी चेक रिपब्लिक ने शेयर किया है. वीडियो में अधिकारी निखिल गुप्ता का हाथ पकड़कर ले जाते नजर आ रहे हैं. चेक गणराज्य की ओर से कहा गया है कि प्राग एयरपोर्ट पर निखिल गुप्ता को सुरक्षित तरीके से प्रत्यर्पित किया गया है.
निखिल गुप्ता पर अमेरिकी जमीन पर सिख चरमपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नून के खिलाफ हत्या की साजिश रचने का आरोप है. चेक गणराज्य पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'अमेरिका में हत्या की साजिश रचने का संदिग्ध विदेशी शुक्रवार से अमेरिकी न्यायपालिका के हाथों में है. प्राग एयरपोर्ट पर उसका सुरक्षित प्रत्यर्पण हुआ है.'
वायरल वीडियो में निखिल गुप्ता का चेहरा ब्लर किया या है. चेक के कानून मंत्री पावेल ब्लेजेक ने कहा है कि निखिल गुप्ता को अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया है. उन्होंने X पर पोस्ट किया, 'निखिल गुप्ता को मेरे निर्णय के आधार पर शुक्रवार को आपराधिक मुकदमा चलाने के लिए अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया.' निखिल गुप्ता को अमेरिकी कानून मंत्रालय के निर्देशों पर 30 जून को प्राग एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया था.
Nikhil Gupta, accused by US prosecutors of plotting with an Indian government official to kill Gurpatwant Singh Pannun, a US resident who advocated for a sovereign Sikh state in northern India, pleaded not guilty to murder-for-hire conspiracy charges https://t.co/Y5ryUYL9Nn pic.twitter.com/rv6fdsGvlp
— Reuters (@Reuters) June 18, 2024
Od pátku je cizinec podezřelý v USA ze spiknutí za účelem spáchání nájemné vraždy v rukou americké justice. Spolupráce policistů cizinecké policie, ředitelství pro mezinárodní policejní spolupráci a kolegů z USA umožnilo bezpečnou extradici z pražského letiště. #policiepp pic.twitter.com/492NKyltjd
— Policie ČR (@PolicieCZ) June 17, 2024
निखिल गुप्ता को सोमवार को न्यूयॉर्क की एक फेडरल कोर्ट में पेश किया गया था. उनके वकील जेफरी चैब्रोवे ने कहा कि निखिल निर्दोष हैं. चेक कोर्ट ने बीते महीने निखिल गुप्ता की एक याचिका खारिज कर दी थी. याचिका में उन्होंने प्रत्यर्पण के खिलाफ अर्जी दी थी. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि निखिल गुप्ता एक भारतीय सरकारी अधिकारी के निर्देशों के अनुसार काम कर रहे थे. भारत ने इस तरह के मामले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है और आरोपों की उच्च स्तरीय जांच शुरू की है. अब इस केस की छानबीन जारी है. निखिल गुप्ता पर अमेरिकी खूफिया एजेंसियां क्या साबित कर पाती हैं, यह देखने वाली बात होगी.