Crime News: अगर आपके घर में कोई इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर या फिर सोशल वर्कर आ रहा है तो बेहद सावधान रहने की जरूरत है. इन लिबाजों में कातिल भी हो सकता है. रूस में एक ऐसे ही सीरियल किलर को कठोर सजा सुनाई गई है. उसने अपने इलाके में 31 महिलाओं को शिकार बनाया. गला घोंटकर हत्या करने के बाद घरों में लूटपाट करता था.
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, रेडिक टैगिरोव रूसी सीरियल किलर, जिसे वोल्गा मैनियाक के नाम से जाना जाता है. वो घरों में घुसने के लिए सोशल वर्कर, इलेक्ट्रीशियन या फिर प्लंबर का रूप लेता था. इसके बाद घरों में अकेली महिलाओं की गला घोंट कर हत्या करता था.
टीएएसएस न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार वोल्गा मेनियाक के नाम के एक रूसी सीरियल किलर को 31 बुजुर्ग महिलाओं की हत्या के लिए गुरुवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई.
रेडिक टैगिरोव को हत्याओं के शक में साल 2020 में गिरफ्तार किया गया था. इससे पहले रेडिक को 2011 और 2012 के बीच मास्को से करीब 730 किमी (450 मील) पूर्व में तातारस्तान क्षेत्र और उसके आसपास के 15 शहरों में बैन किया था.
लॉ इन्फोर्समेंट एजेसियों (कानून प्रवर्तन एजेंसियों) ने कहा है कि आरोपी महिलाओं की हत्या के बाद घरों में लूट मचाता था. रिपोर्ट में कहा गया है कि वह पहले ताला बनाने का काम करता था. इस दौरान वो छोटी-मोटी चोरियां करता था, जिसके लिए कई बार जेल भी जा चुका है.
टीएएसएस की ओर से कहा गया है कि कजान शहर की कोर्ट ने आरोपी को 31 बुजुर्ग महिलाओं की हत्या और 34 से ज्यादा महिलाओं पर हमले के आरोप में दोषी माना है. आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है.