ग्रीनलैंड में उषा वैंस का जमकर विरोध, लोगों ने मिलने से किया इनकार, मात्र 3 घंटे में छोड़ना पड़ा देश

उषा की बहुचर्चित यात्रा से पहले नूक स्थित टुपिलक ट्रैवल ने कहा था कि वे उनका स्वागत करेगी, लेकिन गुरुवार को उन्होंने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया. अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पूछने पर कंपनी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, "ग्रीनलैंड ग्रीनलैंडर्स का है."

अमेरिका की सेकेंड लेडी उषा वैंस की हालिया ग्रीनलैंड यात्रा को लेकर विवाद छिड़ गया है. डेनमार्क के नियंत्रण वाले इस क्षेत्र के लोगों ने उन्हें मिलने से इनकार कर दिया. डेनिश मीडिया के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने विश्व के सबसे बड़े द्वीप के कई हिस्सों में लोगों से पूछा कि क्या वे उषा वैंस की यात्रा चाहते हैं, लेकिन जवाब नकारात्मक रहा.

टुपिलक ट्रैवल ने वापस लिया न्योता
उषा की बहुचर्चित यात्रा से पहले नूक स्थित टुपिलक ट्रैवल ने कहा था कि वे उनका स्वागत करेगी, लेकिन गुरुवार को उन्होंने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया. अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पूछने पर कंपनी ने फेसबुक पोस्ट में कहा, "ग्रीनलैंड ग्रीनलैंडर्स का है." बाद में उन्होंने लिखा, "गहन विचार के बाद, हमने दूतावास को सूचित किया कि हम उनकी यात्रा नहीं चाहते, क्योंकि हम छिपे एजेंडे को स्वीकार नहीं कर सकते और प्रेस शो का हिस्सा नहीं बनेंगे. अच्छी यात्रा के लिए धन्यवाद नहीं... ग्रीनलैंड ग्रीनलैंडर्स का है."

जेडी वैंस भी यात्रा में शामिल
यह रद्दीकरण तब हुआ जब उपराष्ट्रपति जेडी वैंस ने X पर एक वीडियो में घोषणा की कि वे अपनी पत्नी के साथ ग्रीनलैंड जाएंगे. उन्होंने कहा, "उषा की ग्रीनलैंड यात्रा को लेकर इतना उत्साह था कि मैंने फैसला किया कि वे अकेले मज़े न करें, इसलिए मैं भी उनके साथ जाऊंगा."

डेनमार्क की आपत्ति: 'अस्वीकार्य दबाव'
उषा वैंस और अमेरिकी अधिकारियों की यात्रा से डेनिश अधिकारी और ग्रीनलैंडर्स नाराज हैं. डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने इसे "अस्वीकार्य दबाव" करार दिया. उन्होंने कहा, "आप किसी दूसरे देश के आधिकारिक प्रतिनिधियों के साथ निजी यात्रा नहीं कर सकते, जब ग्रीनलैंड सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अभी यात्रा नहीं चाहते." फ्रेडरिकसन ने इसे ग्रीनलैंड की जरूरतों के खिलाफ बताया. जेडी वैंस ने डेनमार्क के बयान की आलोचना की और रूस व चीन से ग्रीनलैंड को सुरक्षित न रखने का आरोप लगाया.