Chinese Ambassador Xu Feihong takes charge in India: भारत में चीन के नए राजदूत की तैनाती हो चुकी है. जू फेइहोंग शुक्रवार को दिल्ली पहुंचे. उन्होने कहा कि वह भारत और चीन के रिश्तों को मजबूत करने के लिए जी तोड़ मेहनत करेंगे.
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने जू फेइहोंग को एयरपोर्ट पर रिसीव किया और उनका स्वागत किया. इस पर चीनी राजदूत ने आभार व्यक्त किया.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर चीन के नए राजदूत जू फिहोंग ने लिखा- आज सुबह दिल्ली पहुंचा. विदेश मंत्रालय के अधिकारी, डिप्लोमैटिक कोर के डीन, भारत में इरिट्रिया के राजदूत एलेम त्सेहाय वोल्डेमारियम और दूतावास के मेरे सहयोगियों के गर्मजोशी भरे अंदाज में मेरा अभिवादन किया. उसके लिए मैं उनका धन्यवाद अर्पित करता हूं.
Arrived at dawn in Delhi today. Thanks for the warm greetings from MEA official, Dean of Diplomatic Corps H.E. Ambassador Alem Tsehaye Woldemariam of Eritrea to India, and my colleagues from the Embassy. Look forward to working hard with all for #China-#India relations. pic.twitter.com/5OAcIVBoMe
— Xu Feihong (@China_Amb_India) May 10, 2024
उन्होंने आगे लिखा कि वो भारत और चीन के संबंधों को मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत के साथ मिलकर काम करेंगे.
जू फेइहोंग भारत में चीन के 17वें राजदूत हैं. चीन के आखिरी राजदूत सुन वीडोंग थे. उन्होंने अक्टूबर 2022 में भारत छोड़ा था. उन्होंने तीन साल तक दिल्ली में चीन के राजदूत के रूप में अपनी सेवाएं दी थी. भारत से वापस जाने के बाद सुन वीडोंग चीन के विदेश मंत्री बने थे.
2020 में भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा विवाद हुआ था. गलवान घाटी में हुई हिंसा के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था. भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. उसे लेकर दोनों देशों ने कई दौर की बातचीत की थी. इसी के बाद चीनी राजदूत सुन वीडोंग ने अक्टूबर 2022 में भारत को छोड़ा था. अप्रैल 2020 के बाद से ही भारत और चीन के बीच एलएसी को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए कई दौर की राजनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत हो चुकी है.
विदेश मंत्री की प्रेस रिलीज के मुताबिक मार्च में चीन और भारत ने सीमा क्षेत्रों को लेकर वार्ता की थी. दोनों देश ने LAC को लेकर अपनी-अपनी बात एक दूसरे के सामने रखी थी.