China News: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की परेशानी अब दुनिया के सामने आ रही है. चीन लगातार एक के बाद एक चुनौतियों में फंसता जा रहा है. देश में रोजगार को लेकर युवा जहां लामबंद हैं तो अर्थव्यवस्था में सुस्ती की वजह से व्यापारी देश छोड़ रहे हैं. ताइवान के साथ अपने संबंधों को लेकर उसका रुख जगजाहिर है. ताइवान में होने वाले चुनावों ने भी जिनपिंग की माथे की लकीरों को गहरा कर दिया है.
इस दौरान चीन सरकार एक नया कानून लेकर आई है. इसके तहत सरकार का मानना है कि चीनी लोग अब देश को वरीयता नहीं दे रहे हैं. सरकार का यह भी मानना है कि यह लोग देशभक्ति का भाव नहीं रखते. जिनपिंग की सरकार ने देशभक्ति शिक्षा कानून को पेश किया है. यह कानून अगले हफ्ते से चीन में लागू हो जाएगा.
देशभक्ति शिक्षा कानून का के तहत राष्ट्रीय एकता को बढ़ाना है. इस कानून के मुताबिक, सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति छोटे बच्चों से लेकर सभी क्षेत्रों के श्रमिकों और पेशेवरों तक अपनी आस्था दिखानी होगी. बच्चों के स्कूलों में भी देशभक्ति कानून को सिलेबस में पढ़ाया जाएगा.
पत्रकार वार्ता में कहा गया कि इस कानून का उद्देश्य चीन के विचारों को एक साथ लाना और एक मजबूत शक्तिशाली देश का निर्माण करना है.