रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच चीन के बारे में एक खुलासा हुआ है, जिसने दुनिया को एक और युद्ध की आहट सुनाई दे रही है. ताइवान के साथ चीन की तनातनी जगजाहिर है. इस बीच गूगल मैप्स से कुछ नई सेटलाइट तस्वीरें मिली हैं, जिससे खुलासा हुआ कि चीन समुद्र में न सिर्फ अपनी ताकत बढ़ा रहा है बल्कि उसने पीले सागर में 6 परमाणु पनडुब्बियां तैनात की हैं. इसके बाद इस बात की संभावना जताई जा रही है कि चीन ताइवान को लेकर विशेष रणनीति बना रहा है.
चीन का ये कदम काफी आक्रामक है क्योंकि ये पनडुब्बियां ताइवान की सीमा से काफी नजदीक हैं. यूएस सन की रिपोर्ट के मुताबिक किंगदाओ के नजदीक नौसेना बेस पर 6 पनडुब्बियों को देखा गया है. इस बेस को फर्स्ट सबमरीन बेस के नाम से भी जाना जाता है. ये पीले सागर के किनारे स्थित है जिसकी किंगदाओसे दूरी 18 किलोमीटर है.
रणनीतिक तौर पर पीले सागर में जिस जगह ये पनडुब्बियां तैनात की गई हैं. ये क्षेत्र चीन की पूर्वी चाइना समुद्र और जापान के समुद्री क्षेत्र समेत कई प्रमुख जलक्षेत्रों की तरफ जल्दी से पहुंच की सुविधा देता है. चीन की किंगदाओ के नजदीक तैनात पनडुब्बियों में एक 091 पनडुब्बी है. इसके अलावा दो 093A पनडुब्बियां है. इसके साथ ही चीन ने 092 लिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी भी तैनात की है. जिसे 094 से बदल दिया गया है. ये सारी पनडुब्बियां काफी घातक हैं. इसके अलावा एक अज्ञात पनडुब्बी का पता भी गूगल मैप्स से चला है.
चीन की तैयारियों को देखते हुए ताइवान ने भी पलटवार की तैयारी कर ली है. उसने 14 दिनों का सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है. बता दें कि सैन्य अभ्यास ताइवान के सालाना हान कुआंग युद्ध अभ्यास का हिस्सा है. इस अभ्यास की खासियत है कि इसके पहले हिस्से में कंप्यूटर आधारित अभ्यास शामिल है. इसमें खराब स्थिति, पूर्ण चीनी आक्रमण के लिए तैयारी करने के लिए अमेरिकी प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है. इस अभ्यास का लाइव फायर हिस्सा जुलाई में होगा. ताइवान के रक्षा मंत्री वेलिंगटन कू ने बताया कि साल 2027 में चीन के काल्पनिक हमले के जवाब देने के तौर पर इसे किया जाएगा.