China Earthquake: बुधवार (26 मार्च) तड़के चीन के उत्तरी हेबेई प्रांत में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. स्थानीय समयानुसार रात 1:21 बजे आया यह भूकंप लैंगफैंग स्थित योंगकिंग काउंटी में दर्ज किया गया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई. चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (CENC) के अनुसार, इसका केंद्र जमीन से 20 किलोमीटर की गहराई में था.
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#BREAKING: A 4.2-magnitude earthquake struck the county of Yongqing in Langfang, N China's Hebei Province, with a depth of 20 km, according to the China Earthquake Networks Center. Tremors were also felt in the country's capital Beijing. pic.twitter.com/vibXqkdmtD
— People's Daily, China (@PDChina) March 25, 2025
बीजिंग में भी महसूस हुए झटके
बता दें कि चूंकि भूकंप का केंद्र राजधानी बीजिंग के पास था, इसलिए वहां भी हल्के झटके महसूस किए गए. चीन के भूकंप अलर्ट सिस्टम ने तुरंत लोगों को सतर्क करने के लिए मोबाइल फोन पर अलर्ट भेजा. चीन भूकंप-प्रवण देशों में शामिल है और यहां अक्सर हल्के से लेकर गंभीर तीव्रता तक के भूकंप आते रहते हैं.
बड़ा नुकसान नहीं, प्रशासन अलर्ट
हेबेई प्रांत में आए इस भूकंप से किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है. हालांकि, बीजिंग और अन्य नजदीकी इलाकों में लोगों ने झटके महसूस किए. प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी आपातकालीन कार्रवाई की आवश्यकता नहीं बताई गई है.
चीन में क्यों आते हैं इतने भूकंप?
चीन भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है. यह देश एशियाई और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटों की टकराव सीमा पर स्थित है, जिसके चलते यहां भूकंप की घटनाएं बार-बार होती रहती हैं. विशेष रूप से पश्चिमी और दक्षिणी चीन में भूकंप का खतरा अधिक बना रहता है. हिमालय की पर्वत श्रृंखला भी इसी टेक्टोनिक हलचल का नतीजा है.
2008 का विनाशकारी भूकंप
बहरहाल, चीन में सबसे विनाशकारी भूकंप 12 मई 2008 को सिचुआन प्रांत में आया था. 7.9 तीव्रता वाले इस भूकंप में करीब 87,000 लोगों की जान चली गई थी और लाखों लोग बेघर हो गए थे. इस आपदा के बाद चीन ने भूकंप-प्रतिरोधी इमारतों के निर्माण पर ज्यादा ध्यान देना शुरू किया.