चीन ने अरुणाचल, अक्साई चिन को फिर अपना हिस्सा बताया, कहा- इस मामले पर भारत शांत रहे, ज्यादा बात करने से बचे
China New Map: चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह नक्शा चीन की संप्रभुता और अखंडता को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस मुद्दे पर भारत शांत रहेगा और इस पर ज्यादा बात करने से बचेगा.
नई दिल्ली: चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. बीते दिनों एक नक्शा जारी कर चीन ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपना बताया था और अब चीन की ओर से इस हरकत को जायज भी ठहराया गया है. चीन के विदेश मंत्रालय ने की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चीन के नक्शे का 2023 एडिशन जारी करना सामान्य प्रक्रिया है.
चीन का आया बयान
चीन की ओर से जारी बयान में विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह नक्शा चीन की संप्रभुता और अखंडता को ध्यान में रखते हुए जारी किया गया है. इस बयान में चीन के उन हिस्सों को कानूनी तौर पर अपना बताया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस मुद्दे पर भारत शांत रहेगा और इस पर ज्यादा बात करने से बचेगा.
चीन ने जारी किया था नया नक्शा
गौरतलब है कि चीन की ओर से 28 अगस्त को एक नक्शा जारी किया गया था. चीन के इस नक्शे में भारत के अरुणाचल प्रदेश, अक्साई चीन, ताइवान और विवादित दक्षिण चीन सागर को अपने क्षेत्र में दिखाया था. इस मामले को लेकर भारत के विदेश मंत्री की भी प्रतिक्रिया सामने आई थी. भारत ने कहा था कि यह चीन की पुरानी आदत है और चीन के ऐसे दावों से कुछ नहीं होता है.
भारत ने दी थी प्रतिक्रिया
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीते दिनों एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने चीन के दावे को खारिज कर दिया था. एस जयशंकर ने कहा था कि चीन के नक्शे में जिन इलाकों को अपना बताया गया है वो उनके हिस्से नहीं हैं और ऐसा करना चीन की पुरानी आदत है. उन्होंने आगे कहा कि अक्साई चीन और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा है. पूर्व में भी चीन ने भारत के हिस्सों के लेकर नक्शे निकालता रहा है इसलिए चीन के दावों से कुछ नहीं होता है.
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