China and South Korea: चीनी राष्ट्रपति के इस फैसले ने उसके सबसे भरोसेमंद दोस्तों की परेशानियां बढ़ा दी हैं. दरअसल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि वह दक्षिण कोरिया की यात्रा को लेकर बेहद गंभीरता से विचार कर रहे हैं. इस साल वह पड़ोसी मुल्क का दौरा कर सकते हैं.साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में छपी एक खबर के अनुसार, चीनी प्रेसिडेंट ने यह बातें एशियाई खेलों के दौरान दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री हान डक-सू से कहीं. चीन के इस फैसले से उसके सबसे भरोसेमंद दोस्त रूस और उत्तर कोरिया बेहद हैरान होंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक, एशियाई खेलों के उद्घाटन से पहले दोनों देशों के प्रमुखों के बीच एक बैठक हुई. बैठक में जिनपिंग ने कोरियाई देशों में सुलह का भी समर्थन किया. उन्होंने कोरियाई प्रायद्वीप में शांति स्थापित करने के लिए सकारात्मक भूमिका निभाने का भा वादा किया.
चीन के उप-विदेश मंत्री चांग हो जिन के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के प्रधानमंत्री हान ने नॉर्थ कोरिया को उसके निरस्त्रीकरण कदमों के बदले आर्थिक सहायता देने की पेशकश की. इस दौरान उन्होंने चीन से अनुरोध किया कि वे इस मामले पर उत्तर कोरिया को समझाए.
शी जिनपिंग ने इस मौके पर कहा कि वह दक्षिण कोरिया, जापान, और चीन के लंबे समय से निलंबित वार्षिक त्रिपक्षीय शिखर समिट को फिर से शुरू करने पर दक्षिण कोरिया के प्रयासों की सराहना करता है. इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजिंग उचित समय पर त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन को आयोजित करने के फैसले का स्वागत करता है. शी जिनपिंग 2014 में आखिरी बार 2014 में दक्षिण कोरिया की यात्रा पर गए थे.
दरअसल, उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच दुश्मनी सालों से चलती आ रही है. नॉर्थ कोरिया आए दिन दक्षिण कोरिया के ऊपर मिसाइल दागता रहता है. ऐसे में चीन की दक्षिण कोरिया से नजदीकी बढ़ने पर किम की चिंताएं बढ़ती नजर आ रही हैं. वहीं दूसरी ओर रूस की बात करें तो वह हमेशा से उत्तर कोरिया के साथ खड़ा रहा है. हाल ही में किम ने रूस की यात्रा की थी और इस बीच दोनों देशों ने कई समझौते किए थे. जानकारों के मुताबिक, यदि चीन दक्षिण कोरिया के साथ अपने रिश्तों को बढ़ाता है तो इससे रूस को नुकसान होगा. इन सबसे अलग देखा जाए चीन खुद उत्तर कोरिया और रूस का अच्छा मित्र है. दक्षिण कोरिया से चीन की दोस्ती बढ़ने पर वह दोनों देशों से दुश्मनी को खत्म करने के लिए कह सकता है. ऐसा ही त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन को लेकर जिनपिंग ने कहा भी है.
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