China Philippines Dispute: भारत से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल हासिल करने के बाद फिलिपींस की सैन्य क्षमताओं में वृद्धि हुई है. फिलिपींस को मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी ऐसे समय हुई है जब उसका चीन के साथ दक्षिण चीन सागर में विवाद चरम पर है. इस दौरान चीन ने फिलिपींस को फिर से आगाह किया है. चीनी सेना ने WZ-7 सोरिंग ड्रैगन ड्रोन को फिलिपींस के पास से उड़ाया है. साउथ चाइना सी के उत्तर पश्चिम में इन ड्रोन को उड़ान भरते देखा गया है.
चीनी सेना ने इन ड्रोन का प्रदर्शन ऐसे समय किया है जब दक्षिण चीन सागर के सेकेंड थॉमस शोल और स्कारबोरो शोल को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव व्याप्त है. फिलिपींस ने चीन की आक्रामकता से बचाव के लिए भारत से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का समझौता किया है. फिलिपींस का यह कदम उसकी रणनीतिक सुरक्षा में अहम कदम साबित होगा.
भारत और फिलिपींस के बीच जी टू जी सौदे के तहत डिलीवरी में तीन मिसाइल बैटरी सिस्टम, ऑपरेटर और इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक सपोर्ट पैकेज भी शामिल है. यह घटना फिलिपींस और यूएस के बीच बालिकाटन एक्सरसाइज 2024 से पहले हुई है. जेट संचालित WZ-7 ड्रोन को चीनी सेना और वायुसेना उड़ाती है.
रिपोर्ट के अनुसार, चीन सबसे ज्यादा चिंतित नॉर्थ फिलिपीन द्वीप लूजॉन पर अमेरिका द्वारा तैनात की गई नई टाइफॉन मिसाइल प्रणाली को लेकर है. क्षेत्र में लगातार युद्धाभ्यास के कारण फिलिपीन सागर में गतिरोध की स्थिति बनी हुई है. ताजा घटनाओं से भू-राजनीतिक गतिशीलता की संवेदनशील स्थिति का पता चलता है.