China begins annual military combat training exercises: चीन की सेना ने 2025 के लिए अपनी वार्षिक प्रशिक्षण गतिविधियां शुरू कर दी हैं. यह प्रशिक्षण सैनिकों की युद्धक क्षमता को बढ़ाने और उनके मुकाबले में सुधार करने पर केंद्रित है. चीनी राज्य मीडिया ने PLA (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) द्वारा किए जा रहे इस प्रशिक्षण की जानकारी दी है, जिसके बाद कई लोग यह सवाल उठाने लगे हैं कि क्या चीन अब ताइवान पर कब्जा करने की योजना बना रहा है? चीनी मिलिट्री की ट्रेनिंग का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ट्रेनिंग कितनी खतरनाक है.
चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने साल के शुरुआती दिनों में अपनी वार्षिक युद्धक प्रशिक्षण शुरू किया है. यह प्रशिक्षण चीन के विभिन्न सैन्य क्षेत्रों में किया जा रहा है, जिसमें सेना, नौसेना, वायु सेना और मिसाइल बल शामिल हैं.
JUST IN: 🇨🇳 China begins annual military combat training exercises for 2025. pic.twitter.com/nj15ngfE2F
— BRICS News (@BRICSinfo) January 4, 2025
चीन की ग्राउंड फोर्स के 76वें आर्मी ग्रुप की एक ब्रिगेड ने पश्चिमी उत्तर चीन के पठारी क्षेत्र में युद्धाभ्यास शुरू किया. इस अभ्यास में लाइव-फायर एक्सरसाइज (वास्तविक गोलाबारी) और रणनीतिक चालों को अंजाम देने की योजना है. इसके अलावा, 73वें आर्मी ग्रुप ने अपने इन्फेंट्री और बख्तरबंद वाहनों के लिए विशेष रणनीतिक प्रशिक्षण आयोजित किया.
चीन के दक्षिणी समुद्र में स्थित सेना के एक विशेष बेड़े ने भी अपनी गतिविधियाँ शुरू की हैं. इसमें गाइडेड मिसाइल विध्वंसक और फ्रिगेट्स शामिल हैं, जो सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं. इस अभ्यास में "CNS Yan'an," एक Type 055 क्लास विध्वंसक भी शामिल है.
चीन की वायु सेना ने अपने पायलटों की युद्धक क्षमता को सुधारने के लिए वायु मुकाबले का अभ्यास किया. इस प्रशिक्षण में वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने अपनी फाइटिंग स्किल्स को और मजबूत करने के लिए विभिन्न युद्धाभ्यास किए. साथ ही, PLA की मिसाइल डिफेंस ब्रिगेड ने यह सिमुलेशन किया कि कैसे दुश्मन के विमानों का पता लगाकर उन्हें निशाना बनाया जा सकता है.
इस प्रकार के विस्तृत और उन्नत प्रशिक्षण के बाद कई जानकार और विशेषज्ञ यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या चीन ताइवान पर आक्रमण की योजना बना रहा है. खासतौर पर चीन की सैन्य गतिविधियों और ताइवान के आस-पास के समुद्र क्षेत्र में सेना के बढ़ते अभ्यास को देखकर यह चिंता और भी बढ़ गई है.
कई लोगों का मानना है कि यह सैन्य अभ्यास चीन के आक्रामक रुख को दर्शाते हैं, जो ताइवान को अपनी संप्रभुता में लेने के लिए तैयार हो सकता है. हालांकि, चीनी अधिकारियों ने इस प्रकार के विचारों का खंडन किया है और इसे एक नियमित सैन्य अभ्यास बताया है.